भुवनेश्वर, 29 जनवरी (भाषा) ओडिशा सरकार ने अपने दो दिवसीय व्यापार शिखर सम्मेलन में विभिन्न कंपनियों के साथ 145 सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किए हैं। इन समझौतों में परियोजनाओं के तहत कुल 12.89 लाख करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव है, जिससे 8.94 लाख रोजगार सृजित होंगे।
यह बात मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बुधवार को राज्य के प्रमुख व्यापार शिखर सम्मेलन ‘उत्कर्ष ओडिशा, मेक इन ओडिशा (एमआईओ) कॉन्क्लेव, 2025’ के समापन पर कही।
माझी ने संवाददाताओं से कहा, “इस शिखर सम्मेलन में कुल 145 समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इन एमओयू के जरिए 12.89 लाख करोड़ रुपये के निवेश के लिए समझौते किए गए हैं।”
अधिकारियों ने बताया कि सम्मेलन में शीर्ष निवेशकों में अदाणी समूह (2.28 लाख करोड़ रुपये), वेदांता लिमिटेड (एक लाख करोड़ रुपये), टाटा समूह (87,944 करोड़ रुपये), महानदी कोलफील्ड्स (81,900 करोड़ रुपये) जेएसडब्ल्यू समूह (75,000 करोड़ रुपये), एनएलसी (52,000 करोड़ रुपये), सेल (50,800 करोड़ रुपये), एनटीपीसी लिमिटेड (36,131 करोड़ रुपये), नाल्को (35,000 करोड़ रुपये), जेएसपीएल (25,570 करोड़ रुपये), आदित्य बिड़ला समूह (19,017 करोड़ रुपये) और जेएसएल (15,000 करोड़ रुपये) शामिल हैं।
सबसे अधिक निवेश प्रस्ताव धातु एवं खनिज क्षेत्र (48 समझौता ज्ञापन), विद्युत एवं नवीकरणीय हरित ऊर्जा (25), कृषि आधारित एवं खाद्य प्रसंस्करण (21), रसायन, पेट्रो-रसायन एवं प्लास्टिक (17), वस्त्र एवं परिधान (11) तथा हरित ऊर्जा उपकरण (नौ) में आए।
अन्य प्रस्ताव सीमेंट, लॉजिस्टिक अवसंरचना, जहाज निर्माण और रीसाइकिलिंग, सामान्य विनिर्माण, बायोटेक और फार्मास्यूटिकल्स, इंजीनियरिंग सामान, एयरोस्पेस और रक्षा, आईटी और ईएसडीएम, कागज, लकड़ी, वन उत्पाद और सिरेमिक, ग्लास, ग्रेनाइट और टायर जैसे क्षेत्रों में आए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन समझौतों के क्रियान्वयन से राज्य में 8.94 लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
उन्होंने कहा, “इससे राज्य की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में बड़ा बदलाव आएगा और ओडिशा की समावेशी वृद्धि होगी।”
माझी ने कहा कि एमओयू पर हस्ताक्षर के अलावा राज्य सरकार को 3.84 लाख करोड़ रुपये के निवेश के लिए 448 प्रस्ताव भी मिले हैं। इससे 3.92 लाख रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्मेलन में सिंगापुर, मलेशिया और ऑस्ट्रेलिया जैसे साझेदार देशों के प्रतिनिधियों सहित 16 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
उन्होंने कहा कि ओडिशा वैश्विक निवेश मानचित्र पर एक आकर्षक स्थान है।
इस सम्मेलन में अनिल अग्रवाल, कुमार मंगलम बिड़ला, सज्जन जिंदल, नवीन जिंदल, करण अदाणी सहित भारतीय उद्योग जगत के कई प्रमुख लोगों ने भाग लिया।
माझी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया, जिन्होंने मंगलवार को राज्य के प्रमुख व्यापार शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया और निवेशकों को ओडिशा में अपनी परियोजनाएं स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया।
माझी ने कहा, “हम समृद्ध ओडिशा 2036 के लक्ष्य को प्राप्त करने और विकसित भारत 2047 में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि ‘मेक इन ओडिशा’ प्रदर्शनी को एक दिन और बढ़ाकर 31 जनवरी तक किया जाएगा ताकि लोगों, विशेषकर युवाओं और छात्रों को देश के उभरते औद्योगिक केंद्र के रूप में ओडिशा के उदय के बारे में बेहतर समझ मिल सके।
भाषा अनुराग रमण
रमण