पटना, 28 जनवरी (भाषा) बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए मंगलवार को दावा किया कि 2015 में जब तेजस्वी यादव पथ निर्माण विभाग जैसे महत्वपूर्ण विभाग संभाल रहे थे उस समय ठेका देने में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हुईं।
वर्तमान में इसी विभाग का प्रभार संभाल रहे सिन्हा ने मंगलवार संवाददाताओं से कहा, ‘‘ये जो 26,16,70,463 रुपये का अवैध भुगतान किया गया है, उस समय का है जब तेजस्वी यादव इस विभाग का प्रभार संभाल रहे थे। कोई भी कितने भी बड़े पद पर हों, वे नहीं बचेंगे। सरकार कार्रवाई करेगी।’’
उन्होंने कहा कि यह मामला 2015-2017 के दौरान राज्य में राजद नीत महागठबंधन सरकार के कार्यकाल में जिले में सड़क निर्माण से संबंधित ठेके से जुड़ा है।
सिन्हा ने आरोप लगाया, ‘‘महागठबंधन सरकार के दौरान (2015-2017 तक) विवरणों की पुष्टि किए बिना कुछ ठेकेदारों को अतिरिक्त बिलों का भुगतान किया गया।’’
उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘गया-भिंडस-चामनडीह-वजीरगंज और तपोवन सड़क के विस्तार और सुदृढ़ीकरण में लगे एक ठेकेदार को 26 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। मामले की गहन जांच के आदेश दिए गए हैं और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जिन लोगों ने दोषी ठेकेदार को संरक्षण दिया है, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।’’
सिन्हा ने कहा कि राजद नेता अपने भ्रष्ट आचरण के लिए जाने जाते हैं।
उन्होंने कहा कि दोषी ठेकेदार को काली सूची में डालने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) और लालू प्रसाद की अगुवाई वाली पार्टी राजद के बीच अल्पकालिक गठबंधन के परिणामस्वरूप बने ‘महागठबंधन’ ने 2015 के विधानसभा चुनाव में भारी जीत हासिल की थी।
तेजस्वी यादव को कैबिनेट में शामिल किया गया और उपमुख्यमंत्री बनाया गया।
उपमुख्यमंत्री के आरोपों पर टिप्पणी करते हुए राजद की बिहार इकाई के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘भाजपा नेता हमारे नेता तेजस्वी यादव से डरे हुए हैं। राज्य में ‘महागठबंधन’ सरकार ने लोगों के हित में बहुत सारे काम किए और लोगों से जुड़े बड़े फैसले लिए। राजद किसी भी जांच से नहीं डरती…उन्हें (मौजूदा सरकार) जो करना है करने दें।’’
भाषा अनवर खारी
खारी