पतंजलि फूड्स ने चार टन लाल मिर्च पाउडर वापस मंगाया, ग्राहकों के पैसे होंगे वापस |

Ankit
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नयी दिल्ली, 24 जनवरी (भाषा) पतंजलि फूड्स लिमिटेड ने खाद्य नियामक एफएसएसएआई के निर्देश के बाद बाजार से चार टन लाल मिर्च पाउडर वापस मंगाया है।


भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने पतंजलि फूड्स को खाद्य सुरक्षा मानदंडों के अनुरूप न होने के कारण पैक किए गए लाल मिर्च पाउडर की एक विशिष्ट खेप को वापस लेने का निर्देश दिया है।

कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) संजीव अस्थाना ने बयान में कहा, ‘‘ पतंजलि फूड्स ने चार टन लाल मिर्च पाउडर (200 ग्राम पैक) के बैच को वापस मंगाया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ उत्पाद के नमूनों की जांच करने पर पाया गया कि उनमें कीटनाशकों के अवशेष की अधिकतम स्वीकार्य सीमा की पुष्टि नहीं हुई। एफएसएसएआई ने लाल मिर्च पाउडर सहित विभिन्न खाद्य पदार्थों के लिए कीटनाशकों के अवशेष की अधिकतम सीमा (एमआरएल) निर्धारित की है।’’

अस्थाना ने कहा कि विनिर्दिष्ट नियामक मानदंडों के अनुरूप कंपनी ने अपने वितरण साझेदारों को सूचित करने के लिए तत्काल कदम उठाए हैं। उत्पाद खरीदने वाले उपभोक्ताओं तक पहुंचने के लिए विज्ञापन भी जारी किए हैं।

उन्होंने ग्राहकों से आग्रह किया कि वे उत्पाद को जहां से खरीदा है वहां लौटाएं और पूरा पैसा वापसी का दावा करें।

अस्थाना ने कहा, ‘‘ वापस लिए गए उत्पाद का मूल्य और मात्रा बहुत कम है।’’

उन्होंने कहा कि कंपनी अपने कृषि उत्पाद आपूर्तिकर्ताओं का मूल्यांकन कर रही है। साथ ही कृषि उत्पादों की खरीद के लिए कठोर गुणवत्ता नियंत्रण प्रक्रियाएं अपनाने तथा एफएसएसएआई नियमों का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है।

अस्थाना ने कहा, ‘‘ कंपनी अपने सभी उत्पादों में उच्चतम गुणवत्ता मानकों को बनाए रखने और पूर्णतः अनुपालन आपूर्ति श्रृंखला सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।’’

पतंजलि फूड्स ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘ खाद्य सुरक्षा नियामक ने पतंजलि फूड्स को निर्देश दिया है कि वह खाद्य सुरक्षा एवं मानक (संदूषक, विषाक्त पदार्थ व अवशेष) विनियम, 2011 का अनुपालन न करने के कारण बैच संख्या-एजेडी2400012 के पूरे बैच (यानी लाल मिर्च पाउडर, पैक) को (बाजार से) वापस ले।’’

बाबा रामदेव नीत पतंजलि आयुर्वेद समूह के अधीन 1986 में पतंजलि फूड्स (पुराना नाम रुचि सोया) का गठन किया गया था। यह दैनिक उपयोग की घरेलू वस्तुएं बनाने वाली ( एफएमसीजी) देश की शीर्ष कंपनियों में से एक है।

भाषा निहारिका रमण

रमण



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