वायदा कारोबार में बिनौला खल का दाम टूटने से तेल-तिलहनों में गिरावट |

Ankit
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नयी दिल्ली, 23 जनवरी (भाषा) वायदा कारोबार में बिनौला खल का दाम टूटने के बीच बृहस्पतिवार को अधिकांश तेल-तिलहनों के दाम लड़खड़ा गये तथा सरसों तेल-तिलहन, मूंगफली तिलहन, सोयाबीन तेल, कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तथा बिनौला तेल के दामों में गिरावट दर्ज हुई। नीचे दाम पर बिकवाली घटने और बाजार में आवक की कमी के बीच सोयाबीन तिलहन के दाम में सुधार आया। वहीं मूंगफली तेल के दाम पूर्वस्तर पर बने रहे।

बाजार सूत्रों ने कहा कि वायदा कारोबार में बिनौला खल का दाम एक बार फिर कल के 2,770 रुपये क्विंटल से घटकर 2,740 रुपये क्विंटल पर आ गया। इस गिरावट के कारण कुल कारोबारी धारणा प्रभावित हुई और अधिकांश तेल-तिलहनों के दाम दवाब में आ गये।

शिकागो एक्सचेंज में कल रात लगभग 2.5 प्रतिशत की गिरावट थी और फिलहाल भी यहां गिरावट जारी है। मलेशिया एक्सचेंज भी दोपहर 3.30 बजे गिरावट के साथ बंद हुआ है।

उन्होंने कहा कि नये फसल के आने की सुगबुगाहट के बीच सरसों तेल-तिलहन के थोक दाम टूट गये। दूसरी ओर मूंगफली खल का कोई लिवाल नहीं है। इसके अलावा आज बिनौला खल का दाम टूटने से मूंगफली खल पर और दवाब कायम हो गया जिससे मूंगफली तिलहन में गिरावट रही। मूंगफली खल का दाम टूटने के बीच मूंगफली तेल के दाम पूर्वस्तर पर बने रहे। मूंगफली को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से भी नीचे दाम पर औने पौने भाव बेचने की मजबूरी हो गई है।

सूत्रों ने कहा कि कल रात शिकागो एक्सचेंज में लगभग 2.5 प्रतिशत की गिरावट के कारण सोयाबीन तेल के दाम में भी गिरावट रही। जबकि नीचे भाव पर किसानों की बिकवाली से बचने की मनोवृति तथा आवक घटने के बीच सोयाबीन तिलहन के दाम में सुधार आया।

उन्होंने कहा कि पाम, पामोलीन के लिवाल पहले ही नदारद हैं। दोपहर मलेशिया एक्सचेंज के गिरावट के साथ बंद होने के बीच पाम, पामोलीन के दाम में भी गिरावट देखने को मिली।

सूत्रों ने कहा कि आयातित तेलों का दाम टूटने के कारण बिनौला तेल के दाम भी गिरावट दर्शाते बंद हुए। उन्होंने कहा कि वायदा कारोबार ‘हेजिंग’ के बजाय सटोरियों का अड्डा बन गया है? इस बात की कौन खोज-खबर लेगा कि कपास का कम उत्पादन होने के बाद भी हाजिर बाजार में बिनौला सीड नीचे दाम पर क्यों बेचा जा रहा है और क्यों वायदा कारोबार में बिनौला खल के दाम तोड़े जा रहे हैं?

तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:

सरसों तिलहन – 6,300-6,400 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली – 5,725-6,050 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 14,100 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली रिफाइंड तेल – 2,140-2,440 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 13,250 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,260-2,360 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,260-2,385 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी – 18,900-21,000 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 13,300 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 13,100 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 9,450 रुपये प्रति क्विंटल।

सीपीओ एक्स-कांडला- 12,300 रुपये प्रति क्विंटल।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 12,300 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 13,850 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन एक्स- कांडला- 12,850 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।

सोयाबीन दाना – 4,370-4,420 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन लूज- 4,070-4,170 रुपये प्रति क्विंटल।

भाषा राजेश राजेश रमण

रमण



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