ठाणे, 22 जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले से 30 साल पहले लापता हुई 80 वर्षीय महिला को उनके परिवार से मिलवा दिया गया है। यह सफलता ठाणे मानसिक अस्पताल के कर्मचारियों की कोशिशों से मिली है। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
तीन दशक पहले महिला का 13 वर्षीय बेटा इमली के पेड़ पर चढ़ने के दौरान करंट लगने से गंभीर रूप से घायल हुआ था, जिससे उसकी मौत हो गयी थी।
ठाणे मानसिक अस्पताल के अधीक्षक डॉ नेताजी मुलिक ने बताया कि बेटे की मौत की घटना से महिला को गहरा आघात पहुंचा और वह अपने गम से उबर नहीं पाई। मानसिक रूप से परेशान होकर वह घर छोड़कर चली गयी।
बाद में वह महिला नासिक पहुंची और कई सालों तक पंचवटी इलाके में भटकती रही। दो साल पहले नासिक पुलिस ने महिला को बेहद खराब शारीरिक और मानसिक स्थिति में पाया।
अधिकारी ने बताया कि महिला की याददाश्त कमजोर होने का पता चलने पर उसे इलाज और देखभाल के लिए ठाणे मानसिक अस्पताल भेजा गया।
अस्पताल में चिकित्सा दल ने महिला की पूरी देखभाल की और उसका उपचार किया। उसकी स्थिति में सुधार होने के बाद, टीम ने महिला की पहचान और परिवार का पता लगाने की प्रक्रिया शुरू की।
ठाणे मानसिक अस्पताल के अधीक्षक डॉ. नेताजी मुलिक ने बताया कि महिला की अपने अतीत के बारे में अस्पष्ट यादें होने की चुनौतियों के बावजूद, कर्मचारियों ने अहमदनगर से जुड़े सुरागों को जोड़ते हुए वहां की पुलिस से संपर्क किया और महिला के रिश्तेदारों का पता लगाया।
जानकारी मिलने के बाद, महिला के परिवार के सदस्य, जिनमें उनकी बहू, चचेरे भाई और भतीजे शामिल थे, 17 जनवरी को अस्पताल पहुंचे। तीन दशकों के बाद परिवार ने महिला से मुलाकात की।
परिवार के एक सदस्य ने कहा कि महिला की देखभाल करने के लिए वे चिकित्सक टीम के आभारी है। परिजन महिला को वापस अहमदनगर ले गए हैं।
डॉ मुलिक ने कहा, ”परिवार को फिर से एक साथ देखना हमारा सबसे बड़ा इनाम है।”
भाषा राखी मनीषा
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