नयी दिल्ली, 20 जनवरी (भाषा) भारत में बड़ी संख्या में पेशेवर इस साल नई नौकरी की तलाश में हैं। हालांकि, अब नई नौकरी खोज पाना पहले से कहीं अधिक कठिन हो गया है। लिंक्डइन द्वारा किए गए एक शोध में यह जानकारी दी गई।
शोध के अनुसार, भारतीय मानव संसाधन (एचआर) पेशेवरों में से दो-तिहाई से अधिक (69 प्रतिशत) का मानना है कि किसी पद के लिए योग्य प्रतिभा पाना पहले से कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण हो गया है, जो यह संकेत देता है कि 2025 में पेशेवरों के नौकरी के लिए आवेदन करने और उसे हासिल करने के तरीके में आवश्यक बदलाव आएगा।
लिंक्डइन के अनुसार, 49 प्रतिशत नौकरी ढूंढ रहे लोग पहले से कहीं अधिक नौकरियों के लिए आवेदन कर रहे हैं, लेकिन उन्हें कम प्रतिक्रिया मिल रही है।
लिंक्डइन के अनुसार, नियोक्ताओं के लिए भी यह प्रक्रिया पहले से अधिक चुनौतीपूर्ण हो गई है। एक-चौथाई से अधिक (27 प्रतिशत) एचआर पेशेवर प्रतिदिन तीन से पांच घंटे आवेदनों की समीक्षा करने में बिताते हैं। 55 प्रतिशत ने कहा है कि वे जो नौकरी आवेदन प्राप्त करते हैं, उनमें से आधे से कम सभी मानदंडों को पूरा कर पाते हैं।
लिंक्डइन इंडिया की करियर विशेषज्ञ और वरिष्ठ प्रबंध संपादक निरजीता बनर्जी ने कहा, ‘नौकरी का बाजार कठिन है, लेकिन यह भारतीयों के लिए एक संकेत है कि उन्हें अपनी नौकरी की तलाश में अधिक सोच-समझ कर और विचारपूर्ण तरीके से काम करना चाहिए।’
यह शोध 27 नवंबर से 16 दिसंबर, 2024 के बीच ‘सेंसस्वाइड’ द्वारा 22,010 उत्तरदाताओं और 28 नवंबर से 18 दिसंबर, 2024 के बीच 8,035 वैश्विक एचआर पेशेवरों के बीच किया गया था।
बाजारों में ब्रिटेन, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, भारत, स्पेन, ब्राजील, आयरलैंड, नीदरलैंड, सिंगापुर, जापान, स्वीडन, सऊदी अरब, यूएई, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया और इटली शामिल थे।
शोध के अनुसार, भारत में पांच में से तीन पेशेवरों (60 प्रतिशत) का कहना है कि वे किसी नए उद्योग या क्षेत्र में भूमिका के लिए तैयार हैं और 39 प्रतिशत इस वर्ष नया कौशल सीखने की योजना बना रहे हैं ताकि उनके लिए अधिक अवसर उपलब्ध हो सकें।
भाषा योगेश अजय
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