नयी दिल्ली, 16 जनवरी (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने प्रमुख डेयरी कंपनी क्वालिटी लिमिटेड के पूर्व प्रवर्तकों के खिलाफ कथित बैंक ऋण धोखाधड़ी से जुड़े धन शोधन मामले के तहत दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में 440 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की है।
ईडी ने कहा कि धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत डीएलएफ छतरपुर स्थित 12,000 वर्ग गज के फार्महाउस, दिल्ली के वसंत विहार और पंजाबी बाग में आवासीय संपत्तियों और करनाल (हरियाणा) और मोहाली (पंजाब) में कुछ आवासीय भूखंडों की अस्थायी जब्ती के लिए एक आदेश जारी किया गया था।
इन संपत्तियों का कुल मूल्य 442.85 करोड़ रुपये है।
जांच एजेंसी ने कहा कि इन संपत्तियों का स्वामित्व क्वालिटी लिमिटेड के पूर्व प्रवर्तक सिद्धांत गुप्ता और संजय ढींगरा के पास था, जिन्होंने ‘फर्जी कंपनियों’ के माध्यम से ये संपत्तियां खरीदी थीं।
ईडी ने कहा कि प्रवर्तकों के ड्राइवर और सुरक्षा गार्ड ऐसी कंपनियों में निदेशक थे।
एजेंसी ने कंपनी के पूर्व प्रवर्तकों और निदेशकों – संजय ढींगरा और सिद्धांत गुप्ता के अलावा उनसे संबंधित कुछ ‘मुखौटा (कागजी) कंपनियों’ के खिलाफ कार्रवाई के तहत नवंबर, 2024 में दिल्ली-एनसीआर में 15 स्थानों पर छापे मारे थे। क्वालिटी का परिसमापन हो चुका है और अब यह नए मालिकों के पास है।
ईडी का मामला सितंबर, 2020 में बैंकों के एक गठजोड़ के खिलाफ 1,400 करोड़ रुपये के कथित ऋण धोखाधड़ी के लिए उक्त प्रवर्तकों और क्वालिटी के खिलाफ दर्ज की गई केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की एफआईआर से उपजा है। क्वालिटी दूध, आइसक्रीम और अन्य डेयरी उत्पादों के प्रसंस्करण और कारोबार में लगी हुई थी।
एजेंसी ने बयान में कहा कि तत्कालीन प्रवर्तकों और निदेशकों ने अधिक बिक्री और देनदारियों को दिखाने के लिए खातों में हेराफेरी की।
भाषा अनुराग अजय
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