पटना, 15 जनवरी (भाषा) राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को भारत की ‘सच्ची आजादी’ बताने संबंधी बयान के लिए बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत की आलोचना की।
जहानाबाद जिले में पत्रकारों ने बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री यादव से भागवत की टिप्पणी के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, ‘वह (भागवत) देश की आजादी के लिए शहादत और कुर्बानी देने वालों का अपमान कर रहे हैं। वह जेल जाने वाले, फांसी पर चढ़ने वाले, अंग्रेजों का जुल्म सहने वाले गांधी जी, भगत सिंह, वीर कुंवर सिंह, रानी लक्ष्मी बाई का अपमान कर रहे हैं।”
उन्होंने आरोप लगाया, ‘आरएसएस और भाजपा का देश की आजादी में कोई योगदान नहीं था। वे तिरंगा भी नहीं फहराते थे। बाद में जब आलोचना हुई तब उन्होंने ने तिरंगा फहराना शुरू किया। अब मोहन भागवत यह भी कह देंगे कि आरक्षण जब खत्म हो जाएगा, तब देश को आजादी मिलेगी।”
भागवत ने सोमवार को कहा था कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तिथि ‘प्रतिष्ठा द्वादशी’ के रूप में मनाई जानी चाहिए क्योंकि अनेक सदियों से दुश्मन का आक्रमण झेलने वाले देश को सच्ची स्वतंत्रता इस दिन मिली थी।
राजद नेता ने जद(यू) के प्रमुख व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ फिर से गठबंधन की अटकलों को खारिज करते हुए कहा, ‘ऐसी चीजों के लिए समय खत्म हो गया है। अब हम कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।”
भाषा अनवर जोहेब
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