इंफाल, 14 जनवरी (भाषा) मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने मंगलवार को कहा कि मणिपुर में लोगों ने अचानक भावनात्मक आवेग में आकर लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को वोट दिया, लेकिन उसके दो सांसद संसद में राज्य के मुख्य मुद्दे नहीं उठा रहे हैं।
इंफाल में पार्टी के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने दावा किया कि अगर केंद्र में भाजपा नहीं होगी, तो मणिपुर टूट जाएगा।
उन्होंने मणिपुर में तीन प्रमुख समुदायों को क्षेत्रीय स्वायत्तता देने के पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के सुझाव पर कांग्रेस की “चुप्पी” की भी आलोचना की।
सिंह ने मणिपुरी में कहा, “अचानक भावुक होकर जनता ने उनके पक्ष में मतदान किया। लेकिन क्या दोनों सांसदों ने सीमा पर बाड़ लगाने, एफएमआर (मुक्त आवागमन व्यवस्था) और अवैध आप्रवासियों की पहचान के बारे में कुछ कहा है? फिर वे कैसे चुने गए? ऐसे नाजुक समय में जब कई लोग मारे गए और विस्थापित हुए, उन्हें वोट कैसे दिए गए? मैं मणिपुर के लोगों से पूछना चाहता हूं कि उन्हें वोट क्यों दिए गए। वे अब क्या कर रहे हैं?”
उन्होंने पूछा, “सांसदों को सदन में मुख्य मुद्दों पर बोलना चाहिए। दोनों सांसदों ने संसद में कौन से मुद्दे उठाए हैं?”
‘एक्स’ पर चिदंबरम की पोस्ट को लेकर कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी ने इस मुद्दे पर कभी कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा, “उनके कार्यकाल में ही बाहर से आए लोगों ने अभियान स्थगन समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।” उन्होंने कहा, “वे (कांग्रेस) ऐसे बोलते हैं, जैसे यहां सीमा पर कुछ हो ही नहीं रहा है। उन्हें बढ़ते जनसांख्यिकीय असंतुलन के बारे में पता नहीं है।”
सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने राज्य को “बचाया” है।
उन्होंने दावा किया, “यदि केंद्र में भाजपा नहीं होगी, तो मणिपुर टूट जाएगा। केवल भाजपा ने ही राज्य को बचाया है।”
उन्होंने कहा, “जो लोग देश और अपनी धरती से प्रेम करते हैं, वे भाजपा के समर्थक हैं।”
सिंह संविधान के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में भाजपा के 15 दिवसीय अभियान के तहत थंबल सांगलेन में संविधान गौरव अभियान को संबोधित कर रहे थे।
भाषा प्रशांत माधव दिलीप
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