उदयपुर, 12 जनवरी (भाषा) केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने रविवार को कहा कि सरकार कुपोषण को मिटाने और बाल कल्याण को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
देवी ने उनके मंत्रालय द्वारा आयोजित तीन दिवसीय चिंतन शिविर के समापन पर उदयपुर में कहा, ‘हमारा विजन सतत विकास से आगे बढ़कर महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास के माध्यम से विकसित भारत तक फैला हुआ है।’
महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर ने अपने संबोधन में कहा कि विभिन्न राज्यों द्वारा साझा की गई प्रेरक सर्वोत्तम प्रथाएं इस बात पर प्रकाश डालती हैं कि उनकी सफलता की कहानियां अन्य जिलों के लिए रूपरेखा के रूप में कैसे काम कर सकती हैं।
उन्होंने कहा, ‘आंगनवाड़ी सेवाओं में सुधार, महिलाओं की कार्यबल भागीदारी को बढ़ावा देने और बच्चों के जीवन को बेहतर बनाने में प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश द्वारा की गई उल्लेखनीय प्रगति को देखना उत्साहजनक है।’
इस कार्यक्रम में 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधिमंडल शामिल हुए, जिनमें महिला एवं बाल विकास विभागों के 16 राज्य मंत्री शामिल थे। इन्होंने महिलाओं और बच्चों के कल्याण और विकास से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।
‘चिंतन शिविर’ के दौरान मंत्रालय की प्रमुख योजनाओं- ‘मिशन सक्षम आंगनवाड़ी’ और ‘पोषण 2.0’, ‘मिशन वात्सल्य’ और ‘मिशन शक्ति’ पर विस्तार से चर्चा की गई।
इस कार्यक्रम ने इन मिशनों के प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए नवीन विचारों, साझा अनुभवों, नीतिगत सुधारों के अवसरों और राज्यों में सर्वोत्तम प्रथाओं के प्रसार के आदान-प्रदान के लिए एक मंच प्रदान किया।
सत्रों में महिला सुरक्षा, बाल पोषण और आंगनवाड़ी केंद्रों को मजबूत बनाने जैसे विषयों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
सरकारी बयान के अनुसार, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के उच्च-स्तरीय प्रतिनिधियों की भागीदारी ने महिलाओं को सशक्त बनाने और बच्चों के विकास को बढ़ावा देने की सामूहिक प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
भाषा सं कुंज नोमान
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