(सज्जाद हुसैन)
इस्लामाबाद, 11 जनवरी (भाषा) पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने मीडिया में आई उन खबरों को शनिवार को सिरे से खारिज किया कि सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को जेल से बानीगाला स्थित उनके आवास पर स्थानांतरित करने या उन्हें घर में नजरबंद करने की कोई पेशकश की थी।
इस्लामाबाद से लगभग 240 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित सियालकोट में एक कार्यक्रम में आसिफ ने कहा, “ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं दिया गया है, न ही उनकी रिहाई के लिए कोई दबाव है।”
रक्षा मंत्री का यह बयान इमरान की बहन अलीमा खान के इस दावे के मद्देनजर आया है कि उनके भाई और पाकिस्तान तहरीक-ए-पाकिस्तान (पीटीआई) के संस्थापक को अदियाला जेल से बानीगाला स्थित उनके आवास पर स्थानांतरित करने की पेशकश की गई थी।
इमरान (72) विभिन्न मामलों के सिलसिले में 2023 के मध्य से रावलपिंडी की अदियाला जेल में कैद हैं। इनमें से कुछ मामलों में उन्हें दोषी करार दिया जा चुका है, जबकि कुछ मामले विचाराधीन हैं।
आसिफ ने कहा कि इमरान की हिरासत का मुद्दा न्यायपालिका से जुड़ा हुआ है और सिर्फ संबंधित अदालतें ही उनकी रिहाई या नजरबंदी के बारे में फैसला कर सकती हैं।
उन्होंने कहा, “ये दावे पूरी तरह से बेबुनियाद हैं और जनता को गुमराह करने की पीटीआई की कोशिशों का हिस्सा हैं।”
रक्षा मंत्री ने पीटीआई पर राजनीतिक लाभ लेने के लिए कहानियां गढ़ने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “इमरान खान का भविष्य अदालत तय करेगी, सरकार नहीं। मैं न्यायपालिका से जुड़ा हुआ नहीं हूं और मैं निश्चित तौर पर अदालती फैसलों की भविष्यवाणी करने वाला भविष्यवक्ता नहीं हूं।”
भाषा पारुल माधव
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