पटना, 11 जनवरी (भाषा) जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर के स्वास्थ्य में सुधार आने के बाद शनिवार को पटना के एक अस्पताल से छुट्टी मिल गई। पार्टी ने एक बयान में यह जानकारी दी।
हालांकि, किशोर (47) पिछले महीने आयोजित बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की परीक्षा में हुई कथित अनियमितताओं के विरोध में 2 जनवरी को शुरू किए गए आमरण अनशन को जारी रखे हुए हैं।
बयान में कहा गया है, ‘‘बीपीएससी उम्मीदवारों के समर्थन में प्रशांत किशोर का अनशन जारी है। उनके स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद शाम को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। उनके सत्याग्रह के बारे में और जानकारी कल (रविवार को) दी जाएगी।’’
किशोर को मंगलवार को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इससे एक दिन पहले, पुलिस ने उन्हें शहर में एक ऐसे स्थान पर धरना देने के लिए गिरफ्तार किया था, जहां इस तरह के आंदोलन प्रतिबंधित हैं। हालांकि, इसके कुछ घंटे बाद ही अदालत ने उन्हें जमानत दे दी थी।
अस्पताल में उन्हें एक दिन के लिए आईसीयू में रखा गया था, उसके बाद उन्हें सामान्य वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया। इस बीच, उनकी पार्टी के सहयोगियों ने उम्मीदवारों और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से युवा नेता पर अनशन खत्म करने के लिए दबाव बनाने का आग्रह किया।
इस बीच, पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज भारती के नेतृत्व में सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात की।
बाद में पत्रकारों से बात करते हुए भारती ने कहा, ‘‘हमने राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें प्रशांत किशोर के लंबे समय से जारी अनशन पर चिंता जताई गई है। हमने उनसे कहा कि अगर मुख्यमंत्री पीड़ित उम्मीदवारों के प्रतिनिधिमंडल से बात करने के लिए सहमत होते हैं तो किशोर को अनशन खत्म करने के लिए राजी किया जा सकता है।’’
भारती ने दावा किया, ‘‘राज्यपाल ने हमें बताया कि यह संभव है और वह छात्रों के हित के साथ-साथ प्रशांत किशोर की बेहतरी के लिए मुख्यमंत्री से बात करेंगे।’’
भाषा सुभाष माधव
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