मलप्पुरम (केरल), 10 जनवरी (भाषा) उत्तरी केरल के मलप्पुरम जिले में एक पशु अधिकार संगठन ने एक मस्जिद के पदाधिकारियों को पत्र भेजकर धार्मिक समारोहों में उपयोग के लिए मशीन से चलने वाले हाथी की प्रतिकृति भेंट करने की पेशकश की है।
‘पीपल्स फॉर एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ़ एनिमल्स (पेटा) इंडिया’ ने यह पेशकश हाल ही में तिरूर के निकट मस्जिद में आयोजित एक धार्मिक जुलूस के दौरान हुई घटना के बाद की है, जहां एक हाथी के हमले से कम से कम 24 लोग घायल हो गए थे।
इस प्रस्ताव का मुख्य उद्देश्य यह है कि समाज में सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
पेटा इंडिया ने कहा कि उसने 2023 की शुरुआत में मंदिरों में असल हाथियों की जगह मशीन से चलने वाले हाथियों को अपनाने के लिए एक आंदोलन शुरू किया, जिसके परिणामस्वरूप दक्षिण भारत के मंदिरों में कम से कम 12 ऐसी प्रतिकृतियों को अपनाया गया।
पत्र में पेटा इंडिया के वरिष्ठ पदाधिकारी फरहत उल ऐन ने कहा, ‘हाथी जंगली जानवर हैं और स्वभाव से अनिश्चित होते हैं, खासकर शोरगुल वाली भीड़ में। कोई भी चीज हाथी को उत्तेजित कर सकती है, जिससे वे हमला कर सकते हैं।’
फरहत ने कहा, ‘ऐसे हमले मशीन से चलने वाले हाथी, अलंकृत पालकियों और रथों जैसे विकल्पों को अपनाने की आवश्यकता को रेखांकित करते हैं, जो जुलूसों की सांस्कृतिक भव्यता को संरक्षित करते हैं और जानवरों एवं मनुष्यों को नुकसान से बचाते हैं।’
भाषा योगेश अविनाश
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