चीनी हैकरों ने साइबर सेंध की घटना में कंप्यूटरों, दस्तावेजों तक ही पहुंच बनाई: अमेरिकी कोषागार विभाग |

Ankit
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वाशिंगटन, 31 दिसंबर (एपी) चीनी हैकरों ने तीसरे पक्ष के सॉफ्टवेयर सेवा प्रदाता की प्रणाली में सेंध लगाने के बाद अमेरिकी कोषागार विभाग के कंप्यूटर और गोपनीय दस्तावेजों तक पहुंच बना ली। कोषागार विभाग ने सोमवार को यह जानकारी दी।


विभाग ने यह विवरण नहीं दिया कि कितने कंप्यूटर तक पहुंच बनाई गई थी या हैकरों ने किस प्रकार के दस्तावेज प्राप्त किए हैं, लेकिन सांसदों को लिखे पत्र में इस सेंध का खुलासा करते हुए कहा कि ‘‘इस समय ऐसा कोई सबूत नहीं है जो यह दर्शाता हो कि सेंध लगाने वाले तत्वों ने कोषागार की सभी जानकारी तक पहुंच जारी रखी है।’’

विभाग ने कहा कि हैकिंग की जांच ‘‘साइबर सुरक्षा में सेंध की बड़ी घटना’’ के रूप में की जा रही है। विभाग के प्रवक्ता ने एक अलग बयान में कहा, ‘‘कोषागार विभाग हमारे सिस्टम और उसके पास मौजूद डेटा के खिलाफ सभी खतरों को बहुत गंभीरता से लेता है।’’

बयान में कहा गया, ‘‘पिछले चार वर्षों में, कोषागार विभाग ने अपनी साइबर सुरक्षा को काफी मजबूत किया है, और हम अपनी वित्तीय प्रणाली को खतरे वाले तत्वों से बचाने के लिए निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के भागीदारों के साथ काम करना जारी रखेंगे।’’

बीजिंग में, चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने दैनिक प्रेस वार्ता में हैकिंग के आरोपों को आधारहीन बताया। उन्होंने कहा, ‘‘हमने ऐसे निराधार आरोपों पर बार-बार अपना रुख स्पष्ट किया है। चीन सभी प्रकार की हैकिंग का विरोध करता है। हम राजनीतिक उद्देश्यों के लिए चीन के खिलाफ झूठी जानकारी के प्रसार का भी विरोध करते हैं।’’

अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि हैकिंग से प्रभावित होने वाली दूरसंचार कंपनियों की संख्या अब बढ़कर नौ हो गई है।

कोषागार विभाग ने कहा कि उसे नयी समस्या के बारे में आठ दिसंबर को पता चला, जब तीसरे पक्ष के सॉफ्टवेयर सेवा प्रदाता, बियॉन्डट्रस्ट ने बताया कि हैकरों ने एक कुंजी में सेंध लगा दी है। इस कुंजी का इस्तेमाल कंपनी ‘‘कर्मचारियों को दूर से तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए उपयोग की जाने वाली क्लाउड-आधारित सेवा को सुरक्षित करने के लिए करती थी।’’

एपी आशीष मनीषा

मनीषा



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