देश का विदेशी कर्ज सितंबर में बढ़कर 711.8 अरब डॉलर पर |

Ankit
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नयी दिल्ली, 30 दिसंबर (भाषा) भारत का विदेशी कर्ज इस साल सितंबर में बढ़कर 711.8 अरब डॉलर हो गया। यह जून, 2024 की तुलना में 4.3 प्रतिशत अधिक है।


वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, सितंबर, 2023 के अंत में, विदेशी कर्ज 637.1 अरब डॉलर था।

‘भारत की तिमाही विदेशी ऋण’ शीर्षक से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि सितंबर, 2024 में, देश का विदेशी ऋण 711.8 अरब डॉलर था। यह जून, 2024 के मुकाबले 29.6 अरब डॉलर अधिक है।

रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर, 2024 में विदेशी ऋण और सकल घरेलू उत्पाद का अनुपात 19.4 प्रतिशत था, जो जून, 2024 में 18.8 प्रतिशत था।

इसमें कहा गया है, ‘‘सितंबर, 2024 की स्थिति के अनुसार भारत के विदेशी कर्ज में 53.4 प्रतिशत के साथ अमेरिकी डॉलर में ऋण की हिस्सेदारी सबसे अधिक रही। इसके बाद भारतीय रुपया (31.2 प्रतिशत), जापानी येन (6.6 प्रतिशत), एसडीआर (विशेष आहरण अधिकार) (पांच प्रतिशत) और यूरो (तीन प्रतिशत) का स्थान रहा।’’

इसमें कहा गया है कि केंद्र एवं राज्य सरकारों के साथ-साथ गैर-सरकारी क्षेत्र का बकाया विदेशी ऋण सितंबर, 2024 के अंत में जून, 2024 की तुलना में बढ़ा है।

रिपोर्ट के अनुसार, बाह्य कर्ज में ऋण सबसे बड़ा घटक था। इसकी हिस्सेदारी 33.7 प्रतिशत थी। इसके बाद क्रमश: मुद्रा और जमा (23.1 प्रतिशत), व्यापार ऋण और अग्रिम (18.3 प्रतिशत) और ऋण प्रतिभूतियां (17.2 प्रतिशत) का स्थान रहा।

सितंबर, 2024 के अंत में मूल राशि और ब्याज भुगतान वर्तमान प्राप्तियों का 6.7 प्रतिशत था, जबकि जून, 2024 में यह 6.6 प्रतिशत था।

भाषा रमण अजय

अजय



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