वाशिंगटन, 27 दिसंबर (भाषा) पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर अमेरिका, कनाडा और श्रीलंका सहित दुनिया भर के नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
नेपाल, मालदीव तथा अफगानिस्तान सहित पड़ोसी देशों के नेताओं ने सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए उनके योगदान और सिंह के साथ उनके देशों के मधुर संबंधों को याद किया।
भारत में आर्थिक सुधारों के जनक मनमोहन सिंह (92) का बृहस्पतिवार रात अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया।
उनके परिवार में उनकी पत्नी गुरशरण कौर और तीन बेटियां हैं। सिंह की पत्नी इतिहास की प्रोफेसर रही हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा, ‘‘डॉ. सिंह अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी के सबसे बड़े समर्थकों में से एक थे और पिछले दो दशकों में हमारे देशों द्वारा मिलकर हासिल की गई अधिकतर उपलब्धियों की उन्होंने नींव रखी थी।’’
सिंह के निधन पर भारत के लोगों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हुए ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका-भारत असैन्य परमाणु सहयोग समझौते को आगे बढ़ाने में पूर्व प्रधानमंत्री का नेतृत्व अमेरिका-भारत संबंधों की क्षमता में एक बड़े निवेश का प्रतीक है।
कनाडा के पूर्व प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर ने कहा, ‘‘सिंह, असाधारण बुद्धिमत्ता, ईमानदारी और ज्ञान के धनी व्यक्ति थे। लॉरेन और मैं उनके परिवार तथा दोस्तों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं।
नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘एक दूरदर्शी नेता और असाधारण राजनेता डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से गहरा दुख हुआ। उनके परिवार और भारत के लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।’’
मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने कहा, ‘‘मनमोहन सिंह के निधन की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ। मुझे उनके साथ काम करना हमेशा अच्छा लगता था और वह एक दयालु पिता की तरह थे। वह मालदीव के अच्छे मित्र थे।’’
श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने उन्हें ‘एक दूरदर्शी अर्थशास्त्री और भारत के आर्थिक सुधारों के जनक’ कहा।
अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि भारत ने अपने सबसे शानदार पुत्रों में से एक को खो दिया है।
करजई ने कहा, ‘‘भारत ने अपने सबसे शानदार पुत्रों में से एक को खो दिया है। डॉ. मनमोहन सिंह अफगानिस्तान के लोगों के लिए एक मजबूत सहयोगी और मित्र थे। मैं उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त करता हूं और उनके परिवार, सरकार और भारत के लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।’’
सरकारी सूत्रों ने बताया कि भारत में सात दिन का राष्ट्रीय शोक रहेगा और सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राष्ट्रीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
भाषा यासिर नरेश
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