पटना, 23 दिसंबर (भाषा) बिहार में हाल ही में आयोजित वैश्विक निवेशक सम्मेलन की सफलता से उत्साहित प्रदेश के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने सोमवार को कहा कि अब राज्य का ध्यान प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) आकर्षित करने पर केन्द्रित है। निवेशक सम्मेलन में 1.80 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं।
पटना में भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मिश्रा ने कहा, ‘केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के पास विदेशी निवेश सुविधा पोर्टल (एफआईएफपी) है, जो निवेशकों को एफडीआई की सुविधा प्रदान करने के लिए भारत सरकार का ऑनलाइन एकल पॉइंट इंटरफेस है। हम (बिहार सरकार) अपनी प्रणाली को इस राष्ट्रीय पोर्टल के साथ एकीकृत कर रहे हैं। हमारी सरकार का ध्यान बिहार में एफडीआई आकर्षित करने पर भी है। हमें पूरा विश्वास है कि हाल ही में हुए वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन ‘बिहार बिजनेस कनेक्ट-2024’ के बाद जो पारिस्थितिकी तंत्र बना है, उसके कारण आने वाले समय में बड़ी वैश्विक दिग्गज कंपनियां बिहार में निवेश करेंगी।
दो दिन के इस सम्मेलन के दौरान राज्य सरकार ने 423 कंपनियों के साथ निवेश प्रतिबद्धताओं पर हस्ताक्षर किए हैं।
उन्होंने कहा, “दो दिवसीय निवेशक शिखर सम्मेलन के अंत में, बिहार सरकार ने 1,80,899 करोड़ रुपये के निवेश के साथ 423 इकाइयों की स्थापना के लिए समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए। हम कॉरपोरेट्स से मिली प्रतिक्रिया से अभिभूत हैं। यह हमारी उम्मीदों से परे है। हमें 1.8 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। बिहार देश का विकास इंजन बनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है।
मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में हम विकसित बिहार के दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़े हैं।
उन्होंने कहा, “अब हम जल्द से जल्द सभी समझौता ज्ञापनों को निवेश में बदलना सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
मिश्रा ने कहा कि सरकार ने इस उद्देश्य के लिए पहले ही क्षेत्र विशेष नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिए हैं।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, राज्य में और अधिक औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के लिए राज्य सरकार ने अगले वित्त वर्ष में इस उद्देश्य के लिए 10,000 एकड़ भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की है।
दो दिवसीय वैश्विक निवेशकों के शिखर सम्मेलन ‘बिहार बिजनेस कनेक्ट-2024’ जो 20 दिसंबर को राज्य की राजधानी में संपन्न हुआ, के दौरान अदाणी समूह, सन पेट्रोकेमिकल्स और कई अन्य कंपनियों ने अक्षय ऊर्जा से लेकर सीमेंट, खाद्य प्रसंस्करण और विनिर्माण तक के क्षेत्रों में बिहार में रिकॉर्ड 1.81 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई।
राज्य सरकार के साथ निवेशकों द्वारा हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापनों के अनुसार, सन पेट्रोकेमिकल्स पंप हाइड्रो और सौर संयंत्रों सहित अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं में 36,700 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
राज्य में सबसे बड़ा निजी निवेशक अदाणी समूह, एक अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल ताप बिजली संयंत्र की स्थापना के साथ-साथ सीमेंट उत्पादन क्षमता, खाद्य प्रसंस्करण और लॉजिस्टिक्स कारोबार के विस्तार में लगभग 28,000 करोड़ रुपये का निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है।
सबसे ज्यादा निवेश प्रस्ताव अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में 17 इकाइयों में 90,734 करोड़ रुपये के आए हैं।
सामान्य विनिर्माण क्षेत्र में 55,888 करोड़ रुपये के 57 एमओयू, खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में 70 इकाइयों में 13,663 करोड़ रुपये के एमओयू हस्ताक्षरित हुए।
इसके अलावा शहरी बुनियादी ढांचे में 5,566 करोड़ रुपये के निवेश के 142 एमओयू पर हस्ताक्षर हुए।
भाषा अनवर नोमान अजय
अजय