अयोध्या। बीआर अंबेडकर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस पार्टी और समाजवादी पार्टी ने विरोध का मोर्चा खोल दिया है। तो वही बहुजन समाज पार्टी ने सीधे तौर पर सपा और कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है। हालांकि बसपा भी 24 दिसंबर को पूरे देश में इसको लेकर धरना प्रदर्शन करने जा रही है लेकिन वह कांग्रेस और सपा के आंबेडकर प्रेम को सीधे सीधे धोखा बता रही है। उदाहरण के साथ दोनों पार्टियों पर आंबेडकर विरोधी होने का आरोप लगा रही है।
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यही अपमान भी करते रहे हैं अंबेडकर साहब का आपको मालूम होना चाहिए। जब माननीय बहन जी की सरकार में जब पहला पार्क गोमती नगर में बना था। अंबेडकर साहब के नाम से तब यही समाजवादी पार्टी के लोग गए थे कहा था यह पार्क नहीं अय्याशी का अड्डा है। बाबा साहब के पार्क को और उसके बाद बहुजन समाज पार्टी के नेता जी मान्यवर काशीराम साहब माननीय बहन जी ने उस समय थू थू रैली करने का काम किया था और जो कांग्रेस वाले हैं। यह जो बाबा साहब के नाम से आंदोलन कर रहे हैं।
यह सब का अधिकार है लेकिन इन्हीं बाबा साहब को संविधान सभा में न जाने पाए। इसके लिए उन्होंने जो चुनाव लड़े थे। बाबा साहब पहला चुनाव उसे चुनाव में उनकी 16000 से हार हुई थी कब जब इनके पीआरओ कैलोरकर के खिलाफ चुनाव लड़ाया गया था। इसमें बाबा साहब 16000 चुनाव से हारे थे लगभग 74000 वोटिंग कांग्रेसियों ने अनवेलिड करने का काम किया था।
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने मुस्लिम धार्मिक स्थलों पर हिन्दू धर्मस्थल होने के दावों की आलोचना करते हुए इसे कुछ लोगों द्वारा खुद को हिंदूवादी नेता के तौर पर स्थापित करने की कोशिश करार दिया है | इस मुद्दे पर आपकी क्या राय है –
क्या विवादित मुस्लिम धर्म स्थलों का सर्वे होना चाहिए?
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