भारत के लिए अपनी योजना पर कायम, कर्मचारियों की संख्या बढ़ाएंगे : निसान |

Ankit
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नयी दिल्ली, 15 दिसंबर (भाषा) जापान की वाहन कंपनी निसान की अपने भारतीय परिचालन को पटरी पर लाने की योजना अब भी कायम है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि कंपनी वैश्विक स्तर पर जारी उथल-पुथल के बावजूद यहां कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने पर विचार कर रही है।


निसान इंडिया परिचालन के अध्यक्ष फ्रैंक टोरेस ने पीटीआई-भाषा को बताया कि कंपनी ने तीसरी पाली जोड़ने के लिए अपने चेन्नई संयंत्र में कर्मचारियों की संख्या में 600 की वृद्धि की है। कंपनी को नहीं लगता कि 9,000 नौकरियों में कटौती और वैश्विक स्तर पर 20 प्रतिशत उत्पादन में कमी का भारत पर कोई प्रभाव पड़ेगा, बशर्ते वह बाजार में प्रतिस्पर्धी बनी रहे।

उन्होंने कहा, “निसान भारत पर बड़ा दांव लगा रही है…और वैश्विक उथल-पुथल के बावजूद उसकी योजनाएं (भारत के लिए) बरकरार हैं।”

टोरेस एक सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या वैश्विक स्तर पर नौकरियों और उत्पादन में कटौती की घोषणा का निसान के भारतीय परिचालन पर असर पड़ेगा।

टोरेस ने कहा, “धारणा के विपरीत, भारत में हम अपने सदस्यों को मजबूत कर रहे हैं, अपना उत्पादन बढ़ा रहे हैं, और हमने चेन्नई में अपने विनिर्माण संयंत्र में लगभग 600 नए पद जोड़े हैं।”

उन्होंने कहा, “यह कदम उत्पादन में बदलाव में मदद करने के लिए है। हम दो नए मॉडल के साथ बहुत जल्द उत्पादन का विस्तार कर रहे हैं…यह वैश्विक कार्रवाई के बावजूद है, जिसमें पुनर्गठन शामिल है। हम यह अनुमान नहीं लगाते हैं कि इसका असर भारत पर पड़ेगा क्योंकि हमारी योजनाएं अब भी अछूती हैं। बेशक, हमारे लिए मुख्य बिंदु प्रतिस्पर्धी बने रहना है। क्योंकि, अंत में निसान के अंदर यही सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है।”

इसी साल जुलाई में निसान इंडिया ने कहा था कि वह अगले 30 महीनों में पांच मॉडल पेश करने की योजना बना रही है, क्योंकि वह तेजी से बढ़ते भारतीय कार बाजार में अपने परिचालन को बदलना चाहती है। कंपनी ने अगले वित्त वर्ष 2025-26 के अंत तक अपने घरेलू और निर्यात खंड को तीन गुना कर एक लाख इकाई सालाना करने का लक्ष्य रखा है।

इसी वर्ष नवंबर में निसान ने घोषणा की थी कि वह वैश्विक स्तर पर 9,000 नौकरियों में कटौती करेगी तथा बदलाव योजना के तहत उत्पादन 20 प्रतिशत घटाएगी। कंपनी ने कहा था कि वह लागत में 400 अरब येन (2.6 अरब डॉलर) की कटौती करेगी।

भाषा अनुराग अजय

अजय



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