सऊदी अरब में तस्करी के लिए मेरठ के युवक को मौत की सजा, परिवार ने लगायी रहम की गुहार |

Ankit
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मेरठ, चार दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के रहने वाले एक व्यक्ति को सऊदी अरब की अदालत द्वारा मादक पदार्थों की कथित तौर पर तस्करी के लिए मौत की सजा सुनाये जाने से परेशान उसके परिजनों ने केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की गुहार लगाई है।


मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) विपिन ताडा ने बुधवार को जिला प्रशासन के माध्यम से सऊदी अरब में भारतीय दूतावास से एक पत्र प्राप्त होने की पुष्टि की।

ताडा ने बताया, “पत्र में बताया गया कि मुंडाली थाना क्षेत्र के राचौटी गांव के रहने वाले जैद जुनैद (35) को मक्का की एक अदालत ने मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में मौत की सजा सुनाई है। परिवार को दया याचिका दायर करने के विकल्प के बारे में सूचित कर दिया गया है।”

उन्होंने बताया कि जुनैद के घर पर एक नोटिस चस्पा किया गया ताकि परिजन वस्तुस्थिति से अवगत हों।

जुनैद के पिता जुबैर एक किसान हैं और मां रेहाना इस खबर को सुनने के बाद से बेसुध हैं।

जुनैद के बड़े भाई सुहैल ने कहा, “मेरे पिता ने पहले ही भारत सरकार से सऊदी अधिकारियों के समक्ष दया याचिका दायर करने का अनुरोध किया है। मंगलवार को आवेदन किया गया है।”

उन्होंने बताया कि जुनैद वर्ष 2018 में एक कंपनी में वाहन चालक के रूप में काम करने के लिए सऊदी अरब गया था।

परिजन के मुताबिक, शुरुआत में वह एक कम्पनी में कार्यरत था लेकिन बाद में उसने दूसरी कंपनी में काम करना शुरू कर दिया।

उन्होंने बताया कि जुनैद का वाहन चोरी हो गया था हालांकि पुलिस ने उसे तीन दिन बाद बरामद कर लिया था लेकिन एक सड़क दुर्घटना में वाहन क्षतिग्रस्त हो गया और उसके मालिक ने अपनी गाड़ी की लागत वसूलने के लिए जुनैद पर मुकदमा दायर कर दिया।

सुहैल ने बताया कि वित्तीय बोझ वहन करने में असमर्थ जुनैद ने कंपनी छोड़ दी और सऊदी पुलिस के एक अधिकारी के लिए निजी वाहन चालक के रूप में काम करना शुरू कर दिया।

उन्होंने बताया कि नई नौकरी करते हुए तीन महीने गुजरे थे कि जुनैद को मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में फंसा दिया गया।

सुहैल ने बताया कि सऊदी पुलिस ने दावा किया कि जुनैद जिस वाहन को चला रहा था, उसमें 700 ग्राम मादक पदार्थ मिले और उसे 15 जनवरी 2023 को गिरफ्तार किया गया था।

उन्होंने बताया कि तब से जुनैद जेद्दा स्थित सेंट्रल जेल में बंद है और मुकदमे के बाद उसे मौत की सजा सुनाई गई है।

सुहैल ने कहा, “मेरे भाई को फंसाया गया है। हमें उम्मीद है कि भारत सरकार हस्तक्षेप करके उसकी जान बचा लेगी।”

जुनैद के पिता जुबैर ने कहा, “ हमने पहले कभी ऐसी मुसीबत नहीं देखी। अब हम बस यही चाहते हैं कि जुनैद जिंदा वापस लौट आए।”

जुनैद का बड़ा भाई नईम सऊदी अरब में वाहन चालक के तौर पर काम करता है और अपने भाई की रिहाई के प्रयासों में समन्वय के लिए परिवार के संपर्क में है।

भाषा सं. सलीम खारी जितेंद्र

जितेंद्र



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