अगर अजित पवार की राकांपा सहयोगी नहीं होती तो शिवसेना 90-100 सीटें जीत लेती : शिवसेना विधायक |

Ankit
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मुंबई, एक दिसंबर (भाषा) शिवसेना विधायक गुलाबराव पाटिल ने रविवार को कहा कि यदि अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी महायुति का हिस्सा नहीं होती तो एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली पार्टी 20 नवंबर के विधानसभा चुनाव में 90 से 100 सीटें जीत जाती।


महायुति में भाजपा, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शामिल हैं। पवार पिछले साल जुलाई में शिंदे सरकार में शामिल हुए थे और उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया था।

पाटिल ने एक क्षेत्रीय समाचार चैनल से कहा, “हमने केवल 85 सीटों पर चुनाव लड़ा। अजित दादा के बिना हम 90-100 सीटें जीत सकते थे। शिंदे ने कभी नहीं पूछा कि अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा को उनकी सरकार में क्यों शामिल किया गया।”

विधानसभा चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए गए थे, जिसमें महायुति ने राज्य की 288 सीटों में से 230 सीटें जीतकर जीत दर्ज की थी। भारतीय जनता पार्टी 132 सीटों के साथ सबसे आगे थी, उसके बाद शिंदे की शिवसेना को 57 और राकांपा को 41 सीटें मिली थीं।

सरकार गठन पर पाटिल ने कहा कि कार्यवाहक मुख्यमंत्री शिंदे परेशान नहीं हैं।

हाल ही में जलगांव ग्रामीण सीट से 59,000 से अधिक मतों के अंतर से चुनाव जीतने वाले पाटिल ने कहा, “हमारे नेता बड़े दिल वाले हैं और परेशान नहीं हैं। उन्होंने अभूतपूर्व सफलता हासिल की है। वह एक योद्धा हैं, जिन्हें हताश नहीं किया जा सकता।”

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला भाजपा करेगी और सहयोगी दलों के फैसले को शिंदे का समर्थन प्राप्त होगा।

भाषा प्रशांत नरेश

नरेश



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