हिंद-प्रशांत को व्यापक सहयोगात्मक दृष्टिकोण की जरूरत, जी7 बन सकता है भागीदार: जयशंकर |

Ankit
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( तस्वीर सहित )


रोम, 27 नवंबर (भाषा) विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने क्वाड के उभार को एक ‘उल्लेखनीय घटनाक्रम’ करार देते हुए कहा है कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र नए संबंधों और साझेदारी समेत ‘महत्वपूर्ण परिवर्तनों’ से गुजर रहा है।

जयशंकर ने मंगलवार को इटली के शहर फ्यूजी में हिंद-प्रशांत भागीदारों के साथ जी7 विदेश मंत्रियों के सत्र में कहा, “सामूहिक प्रयासों के युग में, हिंद-प्रशांत को व्यावहारिक समाधान, चतुर कूटनीति, अधिक समायोजन व अधिक स्वतंत्र वार्ता की आवश्यकता होगी। जी7 इसमें भागीदार हो सकता है।”

क्वाड ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका का एक प्रमुख समूह है।

जयशंकर जी7 के विदेश मंत्रियों के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 24-26 नवंबर तक आधिकारिक यात्रा पर इटली में थे। भारत को जी7 शिखर सम्मेलन में अतिथि देश के रूप में आमंत्रित किया गया था।

जयशंकर ने सत्र के बाद ‘एक्स’ पर लिखा, ‘क्वाड का उभार एक उल्लेखनीय घटनाक्रम रहा है और हिंद-प्रशांत क्षेत्र आज व्यापक सहयोगात्मक दृष्टिकोण के महत्व को रेखांकित करता है।”

उन्होंने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा, सेमीकंडक्टर, आपूर्ति श्रृंखला, अधिक संसाधनों समेत छह प्रमुख आवश्यकताओं का उल्लेख किया।

भाषा जोहेब मनीषा

मनीषा



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