एकता में ही शक्ति निहित, कांग्रेस विभाजनकारी राजनीति में लिप्त : केंद्रीय मंत्री शेखावत |

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(अनन्या गुप्ता)


मुंबई, 16 नवंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शनिवार को कहा कि भारत में साधु-संत 1,000 वर्षों से एकता में शक्ति और मजबूती की बात करते रहे हैं, लेकिन कांग्रेस विभाजनकारी राजनीति में लिप्त रही है।

शेखावत 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले महायुति के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने राज्य में हैं।

उन्होंने पीटीआई की वीडियो सेवा को दिए साक्षात्कार में कहा कि आजादी के समय से ही कांग्रेस ने लोगों को धार्मिक, आर्थिक और जाति के आधार पर बांटने का पाप किया है।

केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री ने कहा कि सत्तारूढ़ महायुति के जिन नेताओं ने भाजपा के ‘‘बँटोगे तो कटोगे’’ और ‘‘एक हैं तो सेफ हैं’’ जैसे नारों से खुद को अलग कर लिया है उन्हें ऐसा करने का अधिकार है।

भाजपा नेताओं पंकजा मुंडे और अशोक चव्हाण तथा उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अपनी रैलियों में इस्तेमाल किए जा रहे नारे ‘‘बँटोगे तो कटोगे’’ पर अपनी असहमति व्यक्त की है।

उन्होंने कहा, ‘‘हर किसी को अपने दृष्टिकोण से हर नारे और बयान को समझने एवं उसका मूल्यांकन करने का अधिकार है। 1,000 वर्षों से महान साधु-संतों ने अपनी कहानियों में एकता में शक्ति की बात की है। अगर हम एक हैं, तो हम शक्तिशाली होंगे। कांग्रेस ने आजादी के समय से ही लोगों को धार्मिक, जातिगत और आर्थिक आधार पर बाँटने का पाप किया है।’’

जोधपुर से सांसद ने विश्वास जताया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) महाराष्ट्र में सबसे अधिक विधायकों वाली पार्टी होगी और महा विकास आघाडी को हराकर महायुति गठबंधन भारी बहुमत से सरकार बनाएगा।

उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव नतीजों के बाद भाजपा की मान्यताएं और संकल्प नहीं बदलते। ढाई साल पहले महायुति सरकार के सत्ता में आने के बाद भी और उससे पहले, जब देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने पांच साल तक काम किया और पार्टी की स्थापना के बाद से हमने विकसित भारत बनाने की दिशा में काम किया है। चुनाव के नतीजे चाहे जो भी हों, हमारे लक्ष्य और मार्ग तय हैं।’’

शेखावत ने इस बात पर जोर दिया कि महाराष्ट्र विकसित भारत के लिए प्रगति का इंजन है और महायुति की सरकार बनेगी तथा इस दिशा में काम करेगी।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को आतंकवादी संगठन कहना ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अपनी स्थापना के बाद से ही आरएसएस ने देश को एकजुट रखने के लिए काम किया है और इस विश्वास के विस्तार में बड़ा योगदान दिया है कि भारत कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक है तथा कभी विघटित नहीं होगा।

उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने जब भी कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा की, उसने ऐसा आर्थिक नियोजन या मूल्यांकन के बिना किया तथा इसके क्रियान्वयन में विफल रही।

शेखावत ने कहा, ‘‘जब महायुति ने महिलाओं के लिए ‘लाडकी बहिन’ योजना की घोषणा की और इसे लागू किया, तो उन्होंने (एमवीए) बाधाएं पैदा करने की कोशिश की और इसका विरोध किया, सरकार पर महिलाओं को रिश्वत देने और उनका अपमान करने का आरोप लगाया। और अब, वे एक ऐसी ही पहल के साथ आए हैं और इसे नयी पहल के रूप में पेश कर रहे हैं।’’

उद्धव ठाकरे के बैग की जांच करने पर शिवसेना (उबाठा) द्वारा चुनाव अधिकारियों पर सवाल उठाए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग की नजर में सभी राजनीतिक दल एक समान हैं।

शेखावत ने कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग के सामने हम सब एक जैसे हैं, लेकिन वंशवादी राजनीति करने वाले लोग, जैसे कांग्रेस, शिवसेना (उबाठा) या समाजवादी पार्टी, खुद को इस व्यवस्था से ऊपर समझते हैं। कानून की नजर में हम सब बराबर हैं और जब कोई एजेंसी या संगठन कार्रवाई करता है, तो चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।’’

भाषा नेत्रपाल अविनाश

अविनाश



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