कांग्रेस में किसने कहा है कि अनुच्छेद 370 बहाल किया जाएगा, शाह झूठ फैला रहे हैं: खरगे |

Ankit
6 Min Read


पुणे, 14 नवंबर (भाषा) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस दावे का बृहस्पतिवार को विरोध किया कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को फिर से लागू करने का इरादा रखती है। उन्होंने कहा कि इस विवादास्पद प्रावधान को संसद ने निरस्त कर दिया है।


खरगे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर समाज में विभाजन पैदा करने के लिए अनुच्छेद 370 के मुद्दे को जीवित रखने का आरोप लगाया।

पुणे में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए खरगे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कांग्रेस और उसके वरिष्ठ नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी को अपशब्द कहने का आरोप लगाया।

खरगे ने कहा, ‘‘अमित शाह अपनी चुनावी रैलियों में कांग्रेस पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हैं। (लेकिन) वह (खुद) कह रहे हैं कि कांग्रेस (जम्मू-कश्मीर में) अनुच्छेद 370 वापस लाना चाहती है। मुझे बताइए, यह किसने और कब कहा? आप एक मुद्दा उठा रहे हैं। अगर यह (अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का प्रस्ताव) संसद में पहले ही पारित हो चुका है, तो आप फिर से इस मुद्दे को क्यों उठा रहे हैं?’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसका मतलब है कि आप इस मुद्दे को जिंदा रखना चाहते हैं ताकि लोग बंट जाएं। अगर आप यह कहना चाहते हैं तो कश्मीर जाकर कहिए। कश्मीर में चुनाव खत्म हो चुके हैं।’’

जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने अगस्त 2019 में रद्द कर दिया था।

नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ कांग्रेस का गठबंधन है। नेकां जम्मू-कश्मीर में सरकार का नेतृत्व कर रही है। पिछले हफ़्ते जम्मू-कश्मीर विधानसभा ने एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें केंद्र से कहा गया था कि वह पूर्ववर्ती राज्य के विशेष दर्जे की बहाली के लिए निर्वाचित प्रतिनिधियों से बातचीत करे।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जिक्र करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा के एक नेता कह रहे हैं कि ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ और उन्होंने इस तरह का नारा गढ़ने के पीछे के औचित्य पर सवाल उठाया।

राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, ‘‘ऐसा नारा क्यों दिया? देश एक है। कांग्रेस ने देश को एक रखने के लिए काम किया। इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने अपनी जान कुर्बान की। महात्मा गांधी की हत्या हुई। कांग्रेस ने ये (बलिदान) किया, लेकिन आपने न तो देश की एकता के लिए लड़ाई लड़ी, न ही आजादी के लिए और न ही गरीबों के लिए।’’

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ही संविधान में आरक्षण का प्रावधान किया था और प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने नौकरियों और शिक्षा में अनुसूचित जातियों/अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षण स्वीकृत करने का काम किया था।

खरगे ने कहा, ‘‘लेकिन वे (भाजपा) अब भी आरक्षण का मुद्दा उठा रहे हैं।’’

उन्होंने दावा किया कि भाजपा नेहरू, आंबेडकर, वल्लभभाई पटेल और सुभाष चंद्र बोस जैसी देश की महान राजनीतिक हस्तियों को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा कर रही है।

कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘‘वे (भाजपा) अब कहते हैं कि बाबा साहब ऐसा करना चाहते थे, लेकिन जवाहरलाल नेहरू ने ऐसा किया। वल्लभभाई पटेल ने ऐसा कहा और बोस ने ऐसा कहा। जब वे जीवित थे, तब आप संविधान के खिलाफ थे। आपने अपने कार्यालय में भारतीय ध्वज भी नहीं रखा।’’

उन्होंने जोर देकर कहा, ‘‘आप अशोक चक्र (तिरंगे के मध्य में) को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं थे और आप मनु (मनुस्मृति, एक प्राचीन धार्मिक ग्रंथ) के आधार पर संविधान चाहते थे और अब आपको संविधान याद आ रहा है।’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस देश को एकजुट रखना चाहती है और इसके लिए कोई भी बलिदान देने को तैयार है।

उन्होंने कहा कि देश में सिर्फ पांच प्रतिशत लोगों के पास 62 प्रतिशत संपत्ति है और 50 प्रतिशत लोगों के पास सिर्फ तीन प्रतिशत संपत्ति है।

खरगे ने आरोप लगाया, ‘‘इस असमानता को कम करने के बजाय मोदी जी सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों को बेचकर अपने मित्रों को प्रोत्साहित कर रहे हैं। सबसे ज़्यादा मादक पदार्थ की आपूर्ति अदाणी को दिए गए बंदरगाह पर हो रही है। अक्टूबर में 400 किलो कोकीन जब्त की गई। फरवरी में 4,000 किलो चरस जब्त की गई। अवैध चीजें लाई जा रही हैं जो पुणे, बेंगलुरु, पंजाब के युवाओं को बर्बाद कर रही हैं।’’

यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस और विपक्षी एमवीए महाराष्ट्र में सत्ता में आने पर अपने घोषणापत्रों में वादा की गईं लोकलुभावन योजनाओं के लिए पैसा कैसे जुटाएगा, उन्होंने कहा, ‘‘हमें सत्ता दीजिए, हम आपको बजट देंगे। हम बजट के अनुसार काम करते हैं।’’

कांग्रेस नेता ने टिप्पणी की, ‘‘हम ‘खोके’ (पैसे के बक्से) में नहीं, बल्कि ‘डोके’ (दिमाग) में विश्वास करते हैं। हमारे पास दिमाग है और उनके पास खोखे हैं।’’

भाषा नोमान शफीक

शफीक



Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *