चीन ने ताइवान के खिलाफ सैन्य अभ्यास किया |

Ankit
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ताइपे, 22 अक्टूबर (एपी) चीन ने ताइवान से सटे दक्षिणी फुजियान प्रांत के तट पर सैन्य अभ्यास किया जिसमें गोलियों और गोलाबारूद का इस्तेमाल किया गया। चीन ने इसे ताइवान के राष्ट्रपति द्वारा उसके (चीन के) संप्रभुता के दावे को खारिज करने के कारण दंड स्वरूप किया गया अभ्यास बताया है।


चीन ने एक सप्ताह पहले ही ताइवान के खिलाफ व्यापक स्तर पर हवाई एवं समुद्री अभ्यास किया था।

समुद्री सुरक्षा प्रशासन से जारी एक नोटिस के अनुसार, यह अभ्यास फुजियान प्रांत के पिंगटन द्वीप के निकट सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे तक किया गया। नोटिस में जहाजों को क्षेत्र में आने से बचने की चेतावनी दी गई थी। हालांकि इसमें अतिरिक्त विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है।

बयान के अनुसार, ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि चीन का यह सैन्य अभ्यास वार्षिक अभ्यास का हिस्सा था और वह उन पर नजर रखे हुए है।

मंत्रालय ने कहा कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि चीन की यह कार्रवाई ताइवान जलडमरूमध्य में तनाव को बढ़ाने वाली है और क्षेत्र में मुक्त आवागमन के संदर्भ में उसकी धमकी भरी कार्रवाई के विस्तार के तरीकों में से एक है।

ताइवान एक स्वशासित द्वीप है और चीन उसे अपना क्षेत्र होने का दावा करता है।

हाल के वर्षों में इस मुद्दे पर तनाव बढ़ गया है। चीन ने ताइवान के आस-पास के समुद्री और हवाई क्षेत्र में अपनी मौजूदगी बढ़ा दी है। अब वह ताइवान के निकट सैन्य अभ्यास के लिए बड़ी संख्या में युद्धक विमान और नौसेना के जहाज भेज रहा है और उसके तट रक्षक गश्त लगाते रहते हैं।

पिछले सप्ताह चीन ने एक दिवसीय सैन्य अभ्यास किया था, जिसका उद्देश्य ‘‘प्रमुख बंदरगाहों और प्रमुख क्षेत्रों की घेराबंदी करना’’ था। ताइवान ने इस दौरान एक दिन में रिकॉर्ड 153 विमान, 14 नौसेना के जहाज और 12 चीनी सरकारी जहाजों को दर्ज किया था।

चीन के रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि यह अभ्यास ताइवान के राष्ट्रपति लाई चिंग-ते के बीजिंग की उन मांगों को मानने से इनकार करने की प्रतिक्रिया है कि ताइवान खुद को कम्युनिस्ट पार्टी के शासन के तहत चीन के हिस्से के रूप में स्वीकार करे।

एपी सुरभि मनीषा

मनीषा



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