गाजियाबाद, 16 अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में एक रियल एस्टेट कारोबारी के घर में काम करने वाली सहायिका को आटे में पेशाब मिलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि शांति नगर कॉलोनी की रहने वाली रीना (32) नामक घरेलू सहायिका की यह हरकत कैमरे में कैद हो गयी।
उनके मुताबिक, यह घटना तब सामने आई जब घर के मालिक नितिन गौतम की पत्नी रूपम ने देखा कि उनके परिवार के सदस्यों को यकृत में समस्या हो रही है तथा गड़बड़ी का संदेह होने पर उसने रसोई में घरेलू सहायिका की गतिविधियों पर नजर रखनी शुरू कर दी।
अधिकारियों ने बताया कि गौतम ने चुपके से अपने मोबाइल फोन से एक वीडियो रिकॉर्ड कर लिया, जिसमें सहायिका आटे में पेशाब मिलाती हुई नजर आयी।
उन्होंने बताया कि परिवार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत और सुबूतों के आधार पर पुलिस ने सोमवार को मामले में प्राथमिकी दर्ज की और मंगलवार को रीना को गिरफ्तार कर लिया।
वेव सिटी की सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) लिपि नगाइच ने बताया, ”पूछताछ के दौरान घरेलू सहायिका ने शुरू में आरोपों से इनकार किया। हालांकि, वीडियो सामने आने पर उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया।”
उनके मुताबिक, आरोपी ने दावा किया कि वह छोटी-छोटी गलतियों के लिए अक्सर डांटे जाने के कारण अपने मालिक से नाराज थी और बदला लेने की नीयत से उसने आटे में पेशाब मिलाया था।
नगाइच ने बताया कि रीना के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 272 (जीवन के लिए खतरनाक बीमारी का संक्रमण फैलाने की संभावना वाला घातक कार्य) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
राज्य में हाल में कई जगहों से खाद्य पदार्थों में मूत्र और थूक सहित मानव अपशिष्ट मिलाए जाने की ऐसी ही घटनाएं सामने आई हैं। इसके मद्देनजर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को घोषणा की कि वह जल्द ही उन विक्रेताओं के खिलाफ एक नया कानून लाएगी जो ‘अपनी पहचान छिपाते हैं’ और खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों में मानव अपशिष्ट या अखाद्य सामग्री मिलाते हैं।
भाषा सं. सलीम नोमान
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