नयी दिल्ली, एक अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) द्वारा अपनी उपस्थिति फिर से बहाल करने की कथित साजिश के एक मामले में मंगलवार को पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों में कई स्थानों पर छापेमारी की।
एनआईए की टीम ने राज्य के दक्षिण 24 परगना, आसनसोल, हावड़ा, नदिया और कोलकाता जिलों में 11 स्थानों पर संदिग्धों के आवासों की गहन तलाशी ली।
एनआईए के बयान में कहा गया है कि संदिग्ध भाकपा (माओवादी) के सक्रिय कार्यकर्ता थे और माना जाता है कि उन्होंने नक्सली गतिविधियों को अंजाम देने में संगठन के कमांडरों की सहायता की।
बयान में कहा गया कि तलाशी में कई दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, पर्चे, पत्रिकाएं और हस्तलिखित पत्र जब्त किए गए। एनआईए ने कहा कि यह मामला पोलित ब्यूरो, केंद्रीय समिति के सदस्यों, कार्यकर्ताओं और प्रतिबंधित संगठन के समर्थकों की साजिश से संबंधित है।
एनआईए ने कहा कि साजिश का उद्देश्य झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ और भारत के उत्तरी और पूर्वी क्षेत्रों के अन्य राज्यों में भाकपा (माओवादी) की विचारधारा को आगे बढ़ाना और उसका प्रचार करना है।
अप्रैल 2022 में एनआईए पुलिस स्टेशन रांची में दर्ज इस मामले में अब तक भाकपा (माओवादी) के पोलित ब्यूरो के सदस्य प्रशांत बोस और प्रमोद मिश्रा तथा केंद्रीय समिति के सदस्य सब्यसाची गोस्वामी सहित कुल छह आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
भाषा आशीष दिलीप
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