शिमला, 27 सितंबर (भाषा) हिमाचल प्रदेश में रेहड़ी-पटरी वाले दुकानदारों के लिए नाम प्रदर्शित करने को अनिवार्य बनाने के मुद्दे पर हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर पलटने का आरोप लगाते हुए विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को दावा किया कि उसने इस कदम का विरोध इसलिए किया क्योंकि यह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ‘मॉडल’ है।
लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बुधवार को पत्रकारों से कहा था कि रेहड़ी-पटरी खासकर खाद्य पदार्थ बेचने वालों के लिए अपनी दुकानों पर पहचान पत्र प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा।
लेकिन आलोचनाओं का सामना कर रही राज्य सरकार ने बृहस्पतिवार को सिंह के बयान से खुद को अलग कर लिया और कहा कि ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
एक बयान में जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार कांग्रेस आलाकमान के दबाव के आगे झुक गई है क्योंकि जिस नियम का विरोध किया जा रहा है वह योगी ‘मॉडल’ है।
उन्होंने कहा, ‘यह निंदनीय है कि (सुखविंदर सिंह) सुक्खू सरकार कानूनी तरीके से लिए जा रहे निर्णय को वापस ले रही है। यह नियम पिछली सरकार के समय से ही लागू था।’
ठाकुर ने कहा कि सरकार अपने आलाकमान की राजनीतिक मंशा को ध्यान में रखते हुए जनभावना और कानून के खिलाफ काम कर रही है।
भाषा योगेश वैभव
वैभव