शिलांग, 10 सितंबर (भाषा) मेघालय मंत्रिमंडल ने मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा की बहन अगाथा के. संगमा को राज्य में बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किए जाने को मंजूरी दे दी है। समाज कल्याण मंत्री पॉल लिंगदोह ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
बहरहाल, इस नियुक्ति को लेकर विपक्ष ने सत्तारूढ़ दल नेशनल पीपल्स पार्टी पर भाई-भतीजावाद और वंशवाद की राजनीति का आरोप लगाया है।
पूर्व सांसद अगाथा ने पिछला लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
पॉल लिंगदोह ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मंत्रिमंडल ने अगाथा के. संगमा को मेघालय राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष नियुक्त करने के प्रस्ताव को पिछले सप्ताह मंजूरी दे दी।’’
लिंगदोह ने कहा, ‘‘संसद में उनके अनुभव, उनकी शैक्षणिक योग्यता और सार्वजनिक सेवा में उनके लंबे अनुभव को देखते हुए, हमें लगा कि वह इस पद के साथ न्याय करेंगी।’’
उन्होंने कहा कि पूर्व सांसद की नियुक्ति उचित समीक्षा के बाद की गई। उन्होंने कहा कि खोज समिति द्वारा अनुशंसित व्यक्ति ने पदभार ग्रहण करने से इनकार कर दिया था।
हालांकि इस नियुक्ति की कई लोगों ने तीखी आलोचना की है। विपक्ष के नेता मुकुल एम. संगमा ने कहा, ‘‘यह नियुक्ति भाई-भतीजावाद और पक्षपात की प्रणाली को दर्शाती है…।’’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई के उपाध्यक्ष बर्नार्ड मारक ने सत्तारूढ़ एनपीपी (नेशनल पीपल्स पार्टी) पर मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा के भाई-बहनों और परिवार के सदस्यों को राजनीतिक नियुक्तियां प्रदान करने का आरोप लगाया।
बर्नार्ड ने कहा कि अगाथा को बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष नियुक्त करने के अलावा मुख्यमंत्री के भाई जेम्स पी के संगमा की भी राजनीतिक नियुक्ति की गई है और राज्य पुलिस द्वारा उन्हें सुरक्षा कवर भी दिया गया है।
भाषा सिम्मी अविनाश
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