नयी दिल्ली, 10 सितंबर (भाषा) दिल्ली चिड़ियाघर चार प्रजातियों के पशुओं के प्रजनन पर ध्यान केंद्रित कर रहा है और उनकी दिनचर्या व आहार पर बारीकी से निगरानी के साथ-साथ ‘हार्मोनल टेस्टिंग’ जैसे उपायों को लागू कर रहा है।
चिड़ियाघर के एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय प्राणी उद्यान के कई जानवरों के हाल के वर्षों में बच्चे पैदा नहीं हुए, जिसके कारण इस मुद्दे के समाधान के लिए ठोस प्रयास किए जा रहे हैं।
चिड़ियाघर के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई भाषा’ को बताया, ‘हम वर्तमान में चिड़ियाघर में चार प्रजातियों की निगरानी कर रहे हैं जो या तो प्रजनन नहीं कर रही हैं या अब प्रजनन करने में सक्षम नहीं हैं। इन प्रजातियों में भारतीय जंगली कुत्ता, शेर, भेड़िया और बबून (बंदर की एक प्रजाति) शामिल हैं।’
चिड़ियाघर के अधिकारी ने कहा, ‘हम उनके स्वास्थ्य पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और उन्हें पौष्टिक आहार उपलब्ध करा रहे हैं। हम चिकित्सकों से भी परामर्श ले रहे हैं और जानवरों के प्रजनन स्वास्थ्य का आकलन करने के लिए ‘हार्मोनल टेस्ट’ भी कर रहे हैं।’
चिड़ियाघर का प्रयास वर्तमान में इन प्रजातियों पर केंद्रित है तथा जंगली कुत्ते, शेर और भेड़िये की संख्या पर निगरानी जारी है।
अधिकारी ने कहा, ‘हम सफल प्रजनन सुनिश्चित करने के लिए उनके व्यवहार और स्वास्थ्य पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।’
बाघों के बारे में उन्होंने कहा, ‘उनके प्रजनन में कोई समस्या नहीं है इसलिए हम फिलहाल उनके बारे में चिंतित नहीं हैं।’
भाषा शुभम माधव
माधव