‘शर्क तारोनलाराई’ के दौरान उज्बेकिस्तान के मंच पर भारतीय धुनों ने किया दर्शकों को मंत्रमुग्ध

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(गुंजन शर्मा)


समरकंद (उज्बेकिस्तान), एक सितंबर (भाषा) मध्य एशिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक महोत्सव, 13वें अंतरराष्ट्रीय संगीत महोत्सव ‘शर्क तारोनलाराई’ में गायिका शिबानी कश्यप के गानों पर यहां ऐतिहासिक ‘रेगिस्तान स्क्वायर’ पर संगीत प्रेमियों ने बॉलीवुड की धुनों पर नृत्य किया।

कश्यप संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) के तत्वावधान में आयोजित महोत्सव के समापन समारोह में अपना कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाली पहली भारतीय कलाकार हैं।

“शर्क तारोनालारी”, का अर्थ है “पूर्व का मधुर संगीत”। यह एक अंतरराष्ट्रीय महोत्सव है, जो विश्व की समृद्ध संगीत परंपराओं को प्रदर्शित करने और उनका उत्सव मनाने के लिए समर्पित है।

वर्ष 1997 में शुरुआत के बाद से यह महोत्सव काफी समृद्ध हो चुका है। इस महोत्सव का पहली बार जब आयोजन हुआ था, तो 31 देशों के कलाकारों ने भाग लिया था। साल 2019 तक इसमें शामिल होने वाले देशों की संख्या बढ़कर 75 हो गई, जिससे इस आयोजन का वैश्विक महत्व रेखांकित हुआ।

महोत्सव के 13वें संस्करण में 70 से अधिक देशों के 300 से अधिक प्रतिभागियों ने प्रतिष्ठित ‘रेगिस्तान स्क्वायर’ पर अपना कार्यक्रम प्रस्तुत किया। ‘रेगिस्तान स्क्वायर’ अपनी अद्भुत वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है।

उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव ने कहा कि ‘शर्क तारोनलारी’ उत्सव सार और सही अर्थ में वैश्विक मधुर संगीतों का उत्सव बन गया है।

उन्होंने कहा, “समरकंद के तारों भरे आसमान के नीचे कितनी ही मनमोहक, सुंदर धुनें गूंजी हैं! इस महोत्सव ने दर्जनों प्रतिभाशाली गायकों और संगीतकारों को पहचान दी, प्रतिभाशाली युवाओं को उड़ान भरने के लिए पंख दिए, उनकी रचनात्मकता को शक्ति और प्रेरणा दी।”

भाषा प्रशांत दिलीप

दिलीप



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