(तस्वीरों के साथ)
इंफाल/नयी दिल्ली, 31 अगस्त (भाषा) मणिपुर के अलग-अलग हिस्सों और नयी दिल्ली में शनिवार को कुकी-जो समुदाय के लोगों ने रैलियां निकालीं तथा मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के खिलाफ उस ऑडियो क्लिप को लेकर कार्रवाई की मांग की जिसमें वह कथित रूप से राज्य में ‘हिंसा को बढ़ावा देने में अपनी संलिप्तता का जिक्र कर रहे हैं।’
इन प्रदर्शनकारियों ने कुकी-जो समुदाय के लिए अलग प्रशासन की भी मांग की।
मणिपुर में चुराचांदपुर जिले, कांगपोकपी जिले और तेंग्नौपाल के सीमावर्ती शहर मोरेह में उन्होंने रैलियां निकालीं।
छात्रों द्वारा आयोजित रैली के मद्देनजर चुराचांदपुर और कांगपोकपी जिलों में बाजार और स्कूल बंद रहे।
कांगपोकपी की रैली में प्रदर्शनकारी जी किपगेन ने कहा, ‘‘कुकी-जो लोगों के लिए एक केंद्र शासित प्रदेश की हमारी मांग पर दबाव बनाने को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है। हमने ‘वायरल’ ऑडियो क्लिप को लेकर भी प्रदर्शन किया जिसमें आपत्तिजनक टिप्पणियां की गयी हैं।’’
नयी दिल्ली में, लगभग 500 लोग ‘कुकी स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन (केएसओ)’ (दिल्ली-एनसीआर) द्वारा जंतर-मंतर पर आहूत विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों में से अधिकतर काले कपड़े पहने हुए थे।
उन्होंने देशभक्ति के गीत बजाए, ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए और सिंह के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने राष्ट्रगान बजाकर विरोध प्रदर्शन का समापन किया।
केएसओ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को संबोधित ज्ञापन में कहा है कि कुकी-ज़ो समुदाय ने तीन मई, 2023 से बहुसंख्यक मेइती समुदाय द्वारा चलाये गये ‘‘जातीय सफाई अभियान और लगातार हमलों’’ को सहन किया है।
पिछले वर्ष मई से मेइती और कुकी समुदायों के बीच संघर्ष में 200 से अधिक लोग मारे गए और हजारों लोग बेघर हो गए।
ज्ञापन में कहा गया है, ‘‘यदि कुकी-जो अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा फैलाने में राज्य मशीनरी और राज्य बलों की मिलीभगत एवं संलिप्तता पर कभी संदेह था, तो उपरोक्त ऑडियो रिकॉर्डिंग से यह संदेह दूर हो जाना चाहिए।’’
मणिपुर सरकार ने इस रिकार्डिंग को ‘छेड़छाड़’ वाला ऑडियो क्लिप बताते हुए उसे खारिज कर दिया है।
हाल में एक साक्षात्कार के दौरान ‘पीटीआई-भाषा’ से सिंह ने कहा, ‘‘ कुछ लोग मेरे पीछे पड़े हैं… एक साजिश है। यह मामला न्यायालय के सामने विचाराधीन है। मैं इसके बारे में ज्यादा बात नहीं करूंगा। एक प्राथमिकी दर्ज की गयी है।’’
केएसओ ने कुकी-ज़ो क्षेत्रों के लिए एक अलग प्रशासन और उन्हें विधानसभा सहित केंद्र शासित प्रदेश बनाने की भी मांग की।
विरोध प्रदर्शन में ‘कुकी इंपी दिल्ली’ के प्रवक्ता किम हाओकिप ने कहा कि उनके खिलाफ हुए इन सभी ‘अत्याचारों’ के बाद वे इंफाल में रहने के लिए वापस नहीं जा सकते।
उन्होंने कहा, ‘‘ हम बीरेन सिंह से कुछ नहीं चाहते। हम चाहते हैं कि केंद्र सरकार इस मामले को देखे और सभी कुकी लोगों को न्याय दिलाए। हम किसी विभाजन की मांग नहीं कर रहे हैं।’’
भाषा
राजकुमार सुरेश पवनेश
पवनेश