सिंगापुर, 30 अगस्त (भाषा) सिंगापुर एयरलाइंस को एयर इंडिया के साथ विस्तारा के प्रस्तावित विलय के हिस्से के रूप में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिए भारत सरकार से मंजूरी मिल गई है। विमानन कंपनी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
यह मंजूरी मिलने के साथ ही, इस विलय के इस वर्ष के अंत तक पूरा हो जाने की उम्मीद है, जिसके तहत सिंगापुर एयरलाइंस की एयर इंडिया में 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करेगी। इस सौदे से दुनिया के सबसे बड़े एयरलाइन समूहों में से एक का गठन होने की उम्मीद है।
इस प्रस्तावित विलय की घोषणा नवंबर 2022 में की गई थी।
एयर इंडिया का स्वामित्व टाटा समूह के पास है और विस्तारा टाटा तथा सिंगापुर एयरलाइंस के बीच 51:49 अनुपात वाला संयुक्त उद्यम है।
सिंगापुर एयरलाइंस (एसआईए) ने शुक्रवार को सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज को दी सूचना में बताया, एयर इंडिया के साथ विस्तारा के प्रस्तावित विलय के हिस्से के रूप में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिए भारत सरकार से उसे मंजूरी मिल गई है।
विमानन कंपनी ने बताया कि विलय का पूरा होना, संबंधित पक्षों द्वारा लागू भारतीय कानूनों के अनुपालन के अधीन है। इसके अगले कुछ महीनों में पूरा होने की उम्मीद है।
कंपनी सूचना के अनुसार, ‘‘ प्रस्तावित विलय के 2024 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।’’
इस विलय से सबसे बड़े एयरलाइन समूहों में से एक का गठन होगा। इसको जून में राष्ट्रीय कंपनी विधि अपील अधिकरण (एनसीएलटी) ने मंजूरी दी थी।
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