गुवाहाटी, 27 अगस्त (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार बेरोजगारी की समस्या से निपटने के लिए चार-सूत्री रणनीति पर काम कर रही है, जिसमें पारदर्शी तरीके से सरकारी नियुक्ति, कौशल विकास और राज्य में अधिक उद्योगों को आकर्षित करना शामिल है।
शर्मा ने प्रतिबंधित उल्फा (आई) से असम में शांति सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया ताकि कंपनियां पूर्वोत्तर राज्य में निवेश करने से विमुख न हों।
उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करना भी रणनीति का हिस्सा है।
रोजगार के अवसर बढ़ाने और नौकरियों में स्वदेशी लोगों के लिए आरक्षण पर अगप (असम गण परिषद) विधायक रामेंद्र नारायण कलीता, निर्दलीय विधायक अखिल गोगोई और कांग्रेस के अब्दुल बातिन खांडाकर द्वारा पेश किए गए प्रस्तावों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार के कार्यकाल में पिछले तीन वर्षों में बेरोजगारी दर में गिरावट आई है।
चार-सूत्री रणनीति के बारे में विस्तार से बताते हुए शर्मा ने कहा कि पहले कदम के रूप में सरकारी नियुक्तियां पारदर्शी तरीके से की जा रही हैं।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उल्फा (आई) द्वारा कथित तौर पर विभिन्न स्थानों पर बम लगाने का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं परेश बरुआ (उल्फा प्रमुख) से कहना चाहता हूं कि आपकी लड़ाई दिल्ली से है, राज्य के युवाओं से नहीं।’’
उन्होने कहा, ‘‘हमें राज्य के औद्योगिकीकरण में बाधा नहीं डालनी चाहिए।’’
भाषा रंजन देवेंद्र
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