मुंबई, 19 अगस्त (भाषा) वित्त वर्ष 2024-25 में निजी पूंजीगत व्यय सालाना आधार पर 54 प्रतिशत बढ़कर 2.45 लाख करोड़ रुपये होने की उम्मीद है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 1.59 लाख करोड़ रुपये था। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के कर्मचारियों ने सोमवार को जारी लेख में यह जानकारी दी।
कमल गुप्ता, राजेश कावेदिया और अन्य के इस लेख में कहा गया कि वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान बैंकों या वित्तीय संस्थानों (एफआई) द्वारा स्वीकृत परियोजनाओं के आधार पर निजी कॉरपोरेट के निवेश इरादों का विश्लेषण करने के बाद यह अनुमान लगाया गया है।
लेख के मुताबिक, आगामी परियोजनाओं के वित्तपोषण की चरणबद्ध रूपरेखा से पता चलता है कि इनके लिए अनुमानित पूंजीगत व्यय 2023-24 के 1.59 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 2024-25 में 2.45 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा।
इसमें आगे कहा गया कि निवेश चक्र के सकारात्मक बने रहने की उम्मीद है और इसकी स्थिरता पर बारीकी से नजर रखने की जरूरत है।
भाषा पाण्डेय अजय
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