द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए तिमोर-लेस्ते पहुंचीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

Ankit
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(तस्वीरों के साथ)


दिली (तिमोर-लेस्ते), 10 अगस्त (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तीन देशों की अपनी यात्रा के अंतिम चरण के तहत शनिवार सुबह दक्षिण-पूर्व एशियाई देश तिमोर-लेस्ते पहुंचीं। इससे पहले उन्होंने न्यूजीलैंड और फिजी की यात्रा की थी।

मुर्मू तिमोर-लेस्ते की यात्रा करने वाली पहली भारतीय राष्ट्रपति हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”दिल्ली से दिली के संबंधों को और आगे बढ़ाते हुए! राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भारत से तिमोर-लेस्ते की पहली राष्ट्राध्यक्ष स्तर की यात्रा के तहत दिली पहुंचीं। तिमोर-लेस्ते के राष्ट्रपति जोसे रामोस होर्ता ने हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति मुर्मू का गर्मजोशी से स्वागत किया।”

दक्षिण-पूर्व एशियाई देश की यात्रा के दौरान मुर्मू अपने समकक्ष होर्ता के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगी। वह तिमोर-लेस्ते के प्रधानमंत्री जानाना गुसमाओ से भी मुलाकात करेंगी।

विदेश मंत्रालय के अनुसार, तिमोर-लेस्ते में मुर्मू भारतीयों और ‘फ्रेंड्स ऑफ इंडिया’ द्वारा आय़ोजित एक सामुदायिक भोज में शिरकत करेंगी।

मुर्मू की यात्रा से पहले विदेश मंत्रालय के सचिव (पूर्व) जयदीप मजूमदार ने नयी दिल्ली में संवाददाताओं को बताया था कि भारत जल्द दिली में एक दूतावास स्थापित करेगा। उन्होंने बताया था कि तिमोर-लेस्ते ने भी नयी दिल्ली में अपना दूतावास खोलने की इच्छा जाहिर की है।

मुर्मू की यह यात्रा तिमोर-लेस्ते के राष्ट्रपति होर्ता के भारत दौरे से लगभग सात महीने बाद हो रही है। होर्ता ने इस साल जनवरी में वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी मुलाकात की थी।

इससे पहले, राष्ट्रपति मुर्मू न्यूजीलैंड की यात्रा पर गई थीं, जहां उन्होंने गवर्नर जनरल डेम सिंडी किरो, प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन और उप प्रधानमंत्री विंस्टन पीटर्स के साथ द्विपक्षीय साझेदारी को और बढ़ाने के उपायों पर व्यापक चर्चा की थी।

राष्ट्रपति मुर्मू ने फिजी के अपने समकक्ष विलियामे मैवलीली काटोनिवेरे के निमंत्रण पर इस द्विपीय देश की यात्रा भी की थी। यह किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की फिजी की पहली यात्रा थी। काटोनिवेरे और मुर्मू ने द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने के उपायों पर चर्चा की थी।

भाषा

प्रीति पारुल

पारुल



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