कुरुक्षेत्र, चार अगस्त (भाषा) हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रविवार को घोषणा की कि राज्य में सभी फसलों की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर की जायेगी।
राज्य विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से प्रचार अभियान शुरू किये जाने पर मुख्यमंत्री ने नहर के पानी से सिंचाई का बकाया शुल्क (133 करोड़ रुपये) भी माफ किये जाने की घोषणा की।
सैनी ने इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले विभिन्न वर्गों तक पहुंच बनाने के लिए कई रियायतों की घोषणा की है।
यहां पार्टी की ‘विजय शंखनाद’ रैली को संबोधित करते हुए सैनी ने कहा कि भाजपा सरकार राज्य में फिलहाल 14 फसलों की एमएसपी पर खरीद कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि पिछले 10 वर्षों में राज्य सरकार ने 14 फसलों की खरीद एमएसपी पर की है। आज, नौ और फसलें लंबित हैं।’’
सैनी ने कहा, ‘‘हरियाणा में हमारी सरकार सभी फसलों की खरीदारी अब एमएसपी पर करेगी। मैं आज इसकी घोषणा करता हूं।’’
सैनी ने कहा कि राज्य सरकार ने 133 करोड़ रुपये का बकाया ‘आबियाना’ (सिंचाई के लिए नहर का पानी) शुल्क भी माफ कर दिया है। उन्होंने कहा कि इससे किसानों को प्रति वर्ष 54 करोड़ रुपये का लाभ होगा।
उन्होंने 2023 से पहले रोहतक, नूंह, फतेहाबाद और सिरसा में प्राकृतिक आपदा के कारण फसल क्षति का सामना करने वाले किसानों को एक सप्ताह के भीतर 137 करोड़ रुपये के लंबित मुआवजे का भुगतान करने की भी घोषणा की।
सैनी ने कहा कि यह राशि किसानों के खातों में डाली जाएगी। उन्होंने कहा कि अब किसानों को नए ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए देश में कहीं से भी ‘थ्री-स्टार’ मोटर खरीदने की अनुमति होगी। वर्तमान में राज्य में ‘थ्री-स्टार’ मोटर की केवल 10 कंपनियां पंजीकृत हैं।
उन्होंने कहा कि इससे 31 दिसंबर 2023 तक नए ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए आवेदन कर चुके किसानों को बड़ी राहत मिलेगी।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा बिजली ट्रांसफार्मर खराब होने पर किसान से ट्रांसफार्मर की कीमत भी नहीं ली जाएगी। उन्होंने कहा कि इन ट्रांसफार्मर को बिजली निगम अपने खर्चे पर बदलेगा।
सैनी ने दावा किया कि वर्तमान राज्य सरकार ने पिछले 10 वर्षों में विकास की नई इबारत लिखी है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने व्यवस्था में बदलाव किया है और बिना किसी ‘खर्ची-पर्ची’ के योग्यता और पारदर्शिता के आधार पर 1,41,000 युवाओं को नौकरियां प्रदान की हैं।’’
उन्होंने कहा कि इसके अलावा 40,000 और पदों को भरने का निर्णय लिया गया है।
रैली में केंद्रीय मंत्रियों धर्मेंद्र प्रधान, मनोहर लाल खट्टर तथा कृष्ण पाल गुर्जर और पूर्व मंत्री किरण चौधरी भी मौजूद थे।
अपने संबोधन के दौरान सैनी ने कहा कि हरियाणा में भाजपा शासन के पिछले 10 वर्षों के दौरान किए गए विकास और कल्याण कार्यों के बारे में लोगों को जानकारी देने के लिए विधानसभा चुनाव से पहले सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में ‘विजय शंखनाद’ रैली आयोजित की जाएगी।
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना साधते हुए सैनी ने कहा कि हुड्डा और उनके बेटे ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ रैलियां कर रहे हैं लेकिन उन्हें पहले किसानों की जमीन का हिसाब देना चाहिए।
सैनी ने पिछली कांग्रेस सरकारों पर विकास के मामले में क्षेत्रवाद को बढ़ावा देने और भय और भ्रष्टाचार का माहौल बनाने का आरोप लगाया।
उन्होंने पूछा, ‘‘भाजपा हमेशा लोगों के लाभ के लिए किए गए अपने कार्यों का ब्योरा देती है, लेकिन कांग्रेस ने उनके लिए क्या किया है।’’
सैनी ने कहा, ‘‘अब सभी सरकारी मदद सबसे गरीब लोगों तक पहुंच रही है और कांग्रेस के शासन के दौरान व्याप्त भय, भ्रष्टाचार, जातिवाद और क्षेत्रवाद का माहौल समाप्त हो गया है।’’
उन्होंने अल्पकालिक सैन्य भर्ती के लिए ‘अग्निपथ’ योजना की सराहना की और कहा कि हरियाणा सरकार ने पूर्व अग्निवीरों को नौकरियों में 10 प्रतिशत आरक्षण देने के अलावा आयु में तीन वर्ष की छूट और कुछ व्यवसाय शुरू करने के लिए पांच लाख रुपये तक के ऋण की घोषणा की है।
उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे हर घर जाकर राज्य सरकार की नीतियों और कार्यों को बताने का संकल्प लें ताकि भाजपा हरियाणा में तीसरी बार अपनी सरकार बना सके।
केंद्रीय मंत्री प्रधान ने कहा कि देश के समग्र विकास और 2047 तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘‘विकसित भारत’’ के सपने को साकार करने के लिए हरियाणा का विकास जरूरी है।
उन्होंने राज्य इकाई के भीतर गुटबाजी को लेकर भी कांग्रेस पर कटाक्ष किया और कहा कि हुड्डा और उनके बेटे एवं सांसद दीपेंद्र हुड्डा संगठन के ‘चौधरी’ बनने की कोशिश कर रहे हैं।
भाषा
देवेंद्र रंजन
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