भूस्खलन प्रभावित वायनाड में पीड़ितों के लिए 100 मकान का निर्माण कराएगी कर्नाटक सरकार : सिद्धरमैया |

Ankit
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बेंगलुरु, तीन अगस्त (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने शनिवार को घोषणा की कि उनकी सरकार केरल के भूस्खलन प्रभावित वायनाड जिले के पीड़ितों के लिए 100 मकानों का निर्माण कराएगी।


सिद्धरमैया ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि वायनाड में हुई भूस्खलन की दुखद घटना के मद्देनजर कर्नाटक एकजुट होकर केरल के साथ खड़ा है।

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को अपने समर्थन का आश्वासन दिया है और घोषणा की है कि कर्नाटक सरकार पीड़ितों के लिए 100 मकान बनवाएगी। हम सब मिलकर पुनर्निर्माण करेंगे और उम्मीद जगाएंगे।’’

कांग्रेस नेता एवं वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर सिद्धरमैया की पोस्ट साझा करते हुए कहा कि वह वायनाड में इस कठिन समय के दौरान उनके उदार समर्थन के लिए कर्नाटक सरकार और राज्य के लोगों के प्रति बहुत आभारी हैं।

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘भूस्खलन की दुखद घटना के पीड़ितों के लिए 100 मकान बनवाने की आपकी प्रतिबद्धता पुनर्वास प्रयासों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। भारतीयों की करुणा और एकजुटता ही वह ताकत है जिसकी वायनाड को अभी जरूरत है।’’

राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाद्रा ने बृहस्पतिवार को वायनाड के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र चूरलमाला का दौरा किया था।

वाद्रा ने भी कर्नाटक सरकार के इस रुख के लिए मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को धन्यवाद दिया।

उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘करुणा और मानवता के इस भाव के लिए सिद्धरमैया जी और कर्नाटक के लोगों को धन्यवाद।’’

केरल के वायनाड जिले में 30 जुलाई को बड़े पैमाने पर हुई भूस्खलन की घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 218 हो गई है।

प्रशासन की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, मृतकों में 90 महिलाएं और 30 बच्चे शामिल हैं। इसमें बताया गया है कि भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में मलबे से अब तक 143 मानव अंग भी बरामद किए जा चुके हैं।

बयान के अनुसार, 218 शवों में से 152 की पहचान उनके परिजनों ने कर ली है। लगभग 300 लोगों के लापता होने की आशंका है तथा बचावकर्मी नष्ट हो चुके घरों और इमारतों में खोजबीन करते समय जलमग्न मिट्टी सहित अन्य प्रतिकूल परिस्थितियों से जूझ रहे हैं।

एक बयान में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के उद्योगपति और निजी संगठन भी विभिन्न तरीकों से मदद के लिए आगे आए हैं।

मैसुरु जिला प्रशासन ने चिकित्सकों की एक टीम के साथ मिलकर 15 फ्रीजर बॉक्स, चार ट्रैक्टर-माउंटेड कंप्रेसर, जैकहैमर, 500 बॉडी बैग, 15 इमरजेंसी लाइट सिस्टम, 40 स्ट्रेचर, पांच स्टील कटर, दस गैस कटर, 2040 नैपकिन, 1000 दस्ताने, 2050 मास्क, 1000 बोतल सैनिटाइजर और स्वास्थ्य विभाग की दवाएं उपलब्ध कराई हैं।

केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (केआईएएल) ने 250 मिलीलीटर पानी की बोतलें, 100 रेनकोट, 500 बोतल सैनिटाइज़र, 15 टेंट, 1000 पीपीई किट, 5000 दस्ताने, 3000 3-प्लाई मास्क और 8000 एन-95 मास्क प्रदान किए हैं।

वोल्वो ने 2000 सैनिटरी पैड पैक, 100 पीपीई किट और दो ट्रक दान किए हैं।

इलेक्ट्रॉनिक सिटी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन (ईएलसीआईए) और प्रणव फाउंडेशन के सदस्य संगठनों ने 40 स्ट्रेचर, 250 बॉडी बैग, 1000 एन-95 मास्क, 500 बोतल सैनिटाइजर, 1000 दस्ताने और एक ट्रक उपलब्ध कराया है।

इसी तरह, अन्य संगठनों ने भी वायनाड में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र के लिए मदद की है।

मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने वायनाड को राहत सामग्री, चिकित्सा उपकरण और अन्य सहायता प्रदान करने के लिए सभी मानवीय संगठनों की प्रशंसा की।

भाषा रवि कांत रवि कांत माधव

माधव



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