नयी दिल्ली, 30 जुलाई (भाषा) अरबपति कारोबारी गौतम अदाणी की अगुवाई वाले समूह की बिजली पारेषण इकाई ने शेयर बिक्री के जरिये एक अरब अमेरिकी डॉलर जुटाए हैं।
समूह ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद पहली बार सार्वजनिक इक्विटी के जरिये वित्तपोषण हासिल किया है। गौरतलब है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से समूह की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई थी।
अदाणी समूह ने रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों से इनकार किया है।
इस मामले की प्रत्यक्ष जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड ने पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) निर्गम के जरिये वित्त जुटाया है।
मंगलवार को खुले क्यूआईपी को करीब 26,000 करोड़ रुपये की मांग के साथ तीन गुना अभिदान मिला। इसके साथ यह भारत के ऊर्जा क्षेत्र में सबसे बड़ा सौदा बन गया।
यह 976 रुपये के निर्गम मूल्य के मुकाबले 1,135 रुपये पर बंद हुआ।
भाषा पाण्डेय अजय
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