नयी दिल्ली, 11 फरवरी (भाषा) लगभग 40 प्रतिशत ग्रामीण युवा मुख्य रूप से कौशल और भाषा दक्षता की कमी के कारण रोजगार पाने के लिए संघर्ष करते हैं। बिजनेस प्रोसेस मैनेजमेंट कंपनी वर्टेक्स ग्लोबल सर्विसेज की एक रिपोर्ट में यह कहा गया हैं
रिपोर्ट में कहा गया है कि सर्वे में पहचानी गई सबसे महत्वपूर्ण बाधाओं में से एक भाषा दक्षता की कमी है, जो विशेष रूप से ग्रामीण युवाओं को प्रभावित करती है।
सर्वे में पांच राज्यों – दिल्ली, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, पंजाब और आंध्र प्रदेश – के 1,200 युवाओं और कामकाजी व्यक्तियों से जानकारी एकत्र की गई, जिससे सकारात्मक बदलाव की संभावनाओं की स्पष्ट तस्वीर सामने आई।
सर्वे में कहा गया कि 33 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने अपने क्षेत्र में रोजगार के सीमित अवसरों की चुनौती पर प्रकाश डाला।
रिपोर्ट कहती है कि इससे युवा बेहतर प्रशिक्षण और उद्योग में अनुभव के साथ-साथ उच्च वेतन वाली नौकरियों की तलाश में ग्रामीण क्षेत्रों से शहरी केंद्रों की ओर पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं।
लगभग 27 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने अच्छी नौकरी के अवसर प्राप्त करने में वित्तीय बाधाओं को एक बड़ी चुनौती बताया।
वर्टेक्स ग्लोबल सर्विसेज के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) गगन अरोड़ा ने कहा कि हितधारकों के लिए कौशल भारत मिशन और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना जैसी पहल का लाभ उठाने और व्यावसायिक प्रशिक्षण में सुधार, भाषा कौशल बढ़ाने और सार्वजनिक-निजी भागीदारी के माध्यम से पहुंच बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करने की तत्काल आवश्यकता है।
भाषा
योगेश अजय
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