कराची/इस्लाबामाद, 12 मार्च (भाषा) पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में मंगलवार को एक सुरंग में बलूच आतंकवादियों द्वारा एक यात्री ट्रेन पर हमला किए जाने के बाद सुरक्षा बलों ने कम से कम 27 आतंकवादियों को मार गिराया और 155 यात्रियों को बचा लिया गया। सुरक्षा अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों एवं आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ लगातार दूसरे दिन बुधवार को भी जारी है।
सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि बचाव अभियान के दौरान 37 यात्री घायल हो गए और उन्हें चिकित्सकीय उपचार मुहैया कराया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि नौ डिब्बों में लगभग 500 यात्रियों को लेकर जाफर एक्सप्रेस ट्रेन क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर जा रही थी तभी सशस्त्र हमलावरों ने मंगलवार की दोपहर को बोलान क्षेत्र में पीरू कुनरी और गुदलार के पहाड़ी इलाकों के पास एक सुरंग में उसे रोक लिया।
‘बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी’ (बीएलए) ने बाद में इस हमले की जिम्मेदारी ली।
बोलान क्वेटा और सिबी के बीच 100 किलोमीटर से अधिक लंबा पहाड़ी इलाका है। इस इलाके में 17 सुरंग हैं, जिनसे होकर रेलवे पटरी गुजरती है। दुर्गम इलाका होने की वजह से यहां ट्रेन की गति अक्सर धीमी रहती है।
सुरक्षा सूत्रों ने पुष्टि की है कि आतंकवादियों के साथ जारी मुठभेड़ के दौरान वे महिलाओं और बच्चों सहित 155 यात्रियों को बचाने में सफल रहे। सुरक्षा बलों ने अब तक कम से कम 27 आतंकवादियों को मार गिराया है।
सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, आतंकवादियों ने आत्मघाती जैकेट पहने हमलावरों को कुछ निर्दोष बंधकों के बहुत करीब खड़ा कर दिया है।
उन्होंने बताया कि संभावित हार की आशंका में आतंकवादी निर्दोष लोगों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं और आत्मघाती हमलावरों ने तीन अलग-अलग स्थानों पर महिलाओं और बच्चों को बंधक बना लिया है।
आत्मघाती हमलावरों के पास महिलाओं और बच्चों की मौजूदगी के कारण अभियान को अत्यंत सावधानी के साथ आगे बढ़ाया गया जा रहा है।
सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि शेष आतंकवादियों को मार गिराने के लिए सुरक्षा बलों का अभियान जारी है।
एक सूत्र कहा, ‘‘आतंकवादियों ने अंधेरे का लाभ उठा कर भागने के लिए अब छोटे-छोटे समूह बना लिए हैं, लेकिन सुरक्षा बलों ने सुरंग को घेर लिया है और शेष यात्रियों को भी जल्द ही बचा लिया जाएगा।’’
पाकिस्तानी मीडिया ने उस सुरंग के पास भीषण गोलीबारी और विस्फोट की खबर दी है, जहां आतंकवादियों ने ट्रेन पर हमला किया।
इस बीच, पाकिस्तान रेलवे ने क्वेटा रेलवे स्टेशन पर एक आपातकालीन डेस्क स्थापित की है क्योंकि चिंतित रिश्तेदार अपने प्रियजनों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए पहुंच रहे हैं।
विद्रोहियों ने दावा किया कि उन्होंने महिलाओं और बच्चों को मुक्त कर दिया है, लेकिन अधिकारियों ने इस दावे का खंडन किया और गृह राज्य मंत्री तलाल चौधरी ने कहा कि बंधकों को सुरक्षा बलों ने छुड़ाया है।
जिस इलाके में ट्रेन को रोका गया है, वहां के जिला पुलिस अधिकारी राणा मोहम्मद दिलावर ने बताया कि सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया है, लेकिन ऐसी खबरें हैं कि आतंकवादियों ने कुछ महिलाओं और बच्चों को बंधक बना लिया है।
उन्होंने बताया कि ट्रेन में करीब चार से पांच सरकारी अधिकारी सवार थे।
पेशावर रेलवे स्टेशन के वरिष्ठ अधिकारी तारिक महमूद ने कहा कि लोगों को सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों के जरिए फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।
बीएलए ने दावा किया कि उसने ट्रेन को पटरी से उतारकर उसे अपने काबू में कर लिया। समूह ने कहा कि उसने छह सुरक्षाकर्मियों की हत्या कर दी है।
बीएलए ने एक बयान में चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान की सेना कोई अभियान चलाती है, तो ‘‘सभी बंधकों को मार दिया जाएगा।’’
इस समूह पर पाकिस्तान, ब्रिटेन और अमेरिका में प्रतिबंध है।
बलूचिस्तान में पिछले एक साल में आतंकवादी हमलों में बढ़ोतरी देखी गई है।
पिछले वर्ष नवंबर में क्वेटा रेलवे स्टेशन पर एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को बम से उड़ा लिया था जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी और 62 अन्य घायल हो गए थे। इसके बाद रेलवे ने कई सेवाएं स्थगित कर दी थीं।
भाषा सिम्मी देवेंद्र
देवेंद्र