शिमला, 21 फरवरी (भाषा) शिमला पुलिस ने चोरी, जालसाजी, सार्वजनिक रूप से शरारत और सीआईडी विभाग से सूचना एवं दस्तावेज लीक करने की आपराधिक साजिश के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
पुलिस और अपराध जांच विभाग (सीआईडी) के अधिकारियों से जब संपर्क किया गया तो उन्होंने प्राथमिकी समेत संबंधित मामले का विवरण साझा करने से इनकार कर दिया।
अब तक सिर्फ इस बात का पता लगा है कि 11 फरवरी को पुलिस अधीक्षक (एसपी) क्राइम (सीआईडी) राजेश कुमार की शिकायत पर चोरी, जालसाजी, झूठी सूचना देने, अफवाह फैलाने, सार्वजनिक उपद्रव, लोक सेवकों द्वारा अपराध के बारे में झूठ बोलने, अपराध को छिपाने और आपराधिक पडयंत्र से संबंधित भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं के तहत छोटा शिमला थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
प्राथमिकी के अनुसार, एसपी ने अपनी शिकायत में कहा कि यह संज्ञान में आया है कि सीआईडी विभाग से गोपनीय जानकारी और दस्तावेज अवैध रूप से लीक किए गए हैं और सीआईडी एवं राज्य सरकार दोनों की प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए उनका दुरुपयोग किया जा रहा है।
शिकायत में कहा गया है कि किसी मामले में आंतरिक जांच की गई थी और यह संदेह हुआ था कि सीआईडी के कुछ कर्मचारियों ने अन्य लोगों के साथ मिलीभगत करके अवैध रूप से दस्तावेजों तक पहुंच बनाई, उनकी नकल की और उन्हें प्रसारित किया।
भाषा यासिर रंजन
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