बेरूत, 23 फरवरी (एपी) रविवार को सुबह-सुबह बेरूत के एक स्टेडियम में हजारों लोग हिजबुल्लाह के पूर्व नेता हसन नसरल्ला के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए एकत्र हुए। इजरायली हवाई हमले में उनकी मौत के करीब पांच महीने बाद यह अंतिम संस्कार किया गया।
इजराइल की वायुसेना ने आतंकवादी समूह के मुख्य संचालन कक्ष पर 80 से अधिक बम गिराए थे जिसमें हसन नसरल्ला की मौत हो गई थी। उसकी मौत ईरान समर्थित समूह के लिए एक बड़ा झटका थी जिसे दिवंगत नेता ने मध्य पूर्व में एक शक्तिशाली ताकत में बदल दिया था।
नसरल्ला 30 से अधिक साल तक इस समूह का नेता रहा और वह इसके संस्थापकों में से एक था। क्षेत्र में ईरान समर्थित समूहों के बीच उसका काफी प्रभाव था।
अंतिम संस्कार के लिए लेबनान की बेका घाटी से आईं शोकाकुल सहर अल-अत्तर ने कहा कि उन्हें अब भी “विश्वास नहीं हो रहा है कि क्या हुआ”।
उन्होंने कहा, “हम नसरल्ला के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए गोलियों के बीच भी आते। इस अहसास का वर्णन नहीं किया जा सककता।”
नसरल्ला के साथ उससे चचेरे भाई और उत्तराधिकारी हाशेम सफीउद्दीन का भी अंतिम संस्कार होगा। नसरल्ला की मौत के कुछ दिन बाद हाशेम बेरूत के एक उपनगर में इजराइली हवाई हमले में मारा गया था।
दिवंगत हिजबुल्लाह नेता को रविवार को बेरूत में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा, जबकि हाशेम को दक्षिणी लेबनान में उसके गृहनगर में दफनाया जाएगा। दोनों को अस्थायी रूप से गुप्त स्थानों पर दफनाया गया था। हिज्बुल्ला ने इस महीने की शुरुआत में उसके आधिकारिक अंतिम संस्कार की योजना की घोषणा की थी।
जब ताबूतों को विशाल जनसमूह के समक्ष ले जाया जा रहा था, तो मंच पर खड़े लोग फूल फेंक रहे थे जबकि कुछ लोग इस उम्मीद में कपड़े फेंक रहे थे कि ताबूत के संपर्क में आने से उन्हें आशीर्वाद मिलेगा।
ईरान के संसद अध्यक्ष मोहम्मद बाघेर कलीबाफ और विदेश मंत्री अब्बास अराघची सहित क्षेत्र के अधिकारी लेबनान की राजधानी के मुख्य खेल स्टेडियम में पहुंचे। लेबनानी संसद के अध्यक्ष तथा राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के प्रतिनिधि भी इस अंतिम संस्कार में उपस्थित थे, जिसे दो दशकों में लेबनान का ऐसा अंतिम संस्कार माना जा रहा है जिसमें हजारों लोग शामिल हुए।
वरिष्ठ हिजबुल्ला अधिकारी अली दामूश ने शनिवार को संवाददाताओं को बताया था कि अंतिम संस्कार में 65 देशों से लगभग 800 हस्तियां शामिल हो रही हैं। इसके अलावा दुनिया भर से हजारों व्यक्ति भी शामिल हुए।
दामूश ने इजराइल का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘हर घर, गांव और शहर से आइए ताकि हम दुश्मन को बता सकें कि लड़ाई जारी रहेगी और हम मैदान में तैयार हैं।’’
एपी प्रशांत नरेश
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