फरीदाबाद, तीन फरवरी (भाषा) हरियाणा के पलवल जिले में लालवा गांव के पास रविवार रात पुलिस के साथ मुठभेड़ में नीरज पंडित गिरोह के दो वांछित अपराधी मारे गए। पुलिस ने सोमवार को बताया कि मुठभेड़ में मारे गए अपराधियों की पहचान जोरावर (27) और नीरज (30) के रूप में हुई है।
पुलिस के मुताबिक, दोनों रेवाड़ी जिले के रहने वाले थे और उन पर एक-एक लाख रुपये का इनाम था। उसने बताया कि मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल में रखा गया है।
पलवल के पुलिस अधीक्षक (एसपी) चंद्र मोहन ने अपराध जांच एजेंसी (सीआईए) की टीम की तारीफ करते हुए कहा कि पलवल में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है, या तो अपराधी अपराध छोड़ें या फिर जिला।
पुलिस के अनुसार, जोरावर और नीरज 19 जनवरी की रात को महेशपुर गांव में एक सरपंच सहित दो लोगों पर हुए जानलेवा हमले में वांछित थे। उसने बताया कि हमले के बाद आरोपी कार में बैठकर मौके से फरार हो गए थे।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ रविवार रात करीब 11 बजे पलवल-नूंह रोड पर लालवा गांव के पास हुई, जब इंस्पेक्टर दीपक गुलिया के नेतृत्व में सीआईए टीम ने इलाके में जोरावर और नीरज की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद जांच तेजी की।
अधिकारी के मुताबिक, पुलिस ने कार में सवार दोनों अपराधियों को रुकने का इशारा किया, तो उन्होंने सीआईए टीम पर गोली चला दी। उन्होंने बताया कि गोली बुलेटप्रूफ जैकेट पहने तीन पुलिसकर्मियों को लगी और वे बाल-बाल बच गए।
अधिकारी के अनुसार, जवाब में पुलिस टीम ने चेतावनी देते हुए आत्मरक्षा में गोली चलाई। उन्होंने बताया कि दोनों अपराधी गोली लगने से घायल हो गए, उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
अधिकारी के मुताबिक, जोरावर और नीरज द्वारा अपराध में इस्तेमाल की गई दो पिस्तौल और तीन जिंदा कारतूस के अलावा 19 जनवरी को सरपंच सहित दो लोगों पर हमले में प्रयुक्त कार भी बरामद कर ली गई है।
पलवल के पुलिस उपायुक्त (अपराध) मनोज वर्मा ने कहा, “दोनों अपराधी रेवाड़ी जिले के रहने वाले थे और हत्या सहित कई गंभीर अपराधों में शामिल थे। यह भी पता चला है कि दोनों नीरज पंडित गिरोह से जुड़े हुए थे और उन्हें हत्या के एक मामले में दोषी करार दिया गया था।”
भाषा
सं पारुल
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