हमारा फैसला है कि सीट नहीं, जीत चाहिए : संजय निषाद |

Ankit
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लखनऊ, 25 अक्टूबर (भाषा) निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद) के अध्यक्ष एवं राज्य सरकार में मत्स्य विभाग के मंत्री डॉ. संजय निषाद ने राज्य विधानसभा की नौ सीट पर होने वाले उपचुनाव में एक भी सीट नहीं मिलने को लेकर शुक्रवार को कहा कि हमने फैसला कर लिया कि ‘सीट’ नहीं, ‘जीत’ चाहिए।


भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दल निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद उपचुनाव के लिए भाजपा द्वारा उम्मीदवार घोषित किए जाने से पहले तक दो सीट-मझवां और कटेहरी, पर अपनी दावेदारी के लिए दिल्ली में डेरा डाले हुए थे लेकिन भाजपा ने सिर्फ एक सीट मीरापुर अपने सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) को दी और बाकी आठ सीट पर अपने उम्मीदवार उतार दिए।

नामांकन पत्र दाखिल करने के अंतिम दिन शुक्रवार को यहां निषाद पार्टी की राज्य कोर कमेटी की बैठक आयोजित हुई। बैठक के बाद उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के साथ संजय निषाद ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया।

निषाद से जब पूछा गया कि आप दो सीट मांग रहे थे लेकिन आपको एक भी नहीं मिली, इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘देखिए, सब परिस्थितियां पर निर्भर है। देश की जनता हमारे साथ खड़ी है लेकिन विरोधी ताकतें एक होकर उत्तर प्रदेश की अखंडता को खतरा पैदा करना चाहती हैं, अस्थिरता लाना चाहती हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘देश की जनता के हितों के लिए, समाज के हितों के लिए बड़े और कड़े फैसले लेने पड़ते हैं। इसके लिए हमने फैसला कर लिया है कि हम उपचुनाव नहीं लड़ेंगे, हमें सीट नहीं, जीत चाहिए।’’

निषाद पार्टी मिर्जापुर जिले की मझवां और आंबेडकर नगर की कटेहरी विधानसभा सीट मांग रही थी, जहां 2022 का विधानसभा चुनाव उसने अपने चुनाव चिह्न पर लड़ा था।

मझवां सीट निषाद पार्टी के विधायक विनोद बिंद और कटेहरी सीट समाजवादी पार्टी के विधायक लालजी वर्मा के इस्तीफा दिए जाने के कारण रिक्त हो गई है। इस साल हुए लोकसभा चुनाव में बिंद भदोही और वर्मा आंबेडकर नगर सीट से सांसद चुने गए जिसके बाद दोनों ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।

निर्वाचन आयोग के अनुसार उत्तर प्रदेश विधानसभा सीट करहल, कुंदरकी, कटेहरी, सीसामऊ, खैर, गाजियाबाद सदर, मीरापुर, मझवां और फूलपुर के लिए 13 नवंबर को मतदान होगा तथा 23 नवंबर का मतों की गिनती होगी। अयोध्या जिले की मिल्कीपुर सीट को लेकर मामला अदालत में लंबित होने के कारण इस सीट का कार्यक्रम घोषित नहीं किया गया।

संवाददाता सम्मेलन में मत्स्य विभाग के मंत्री ने कहा, ‘‘हमारी कोर कमेटी और कार्यकर्ताओं की बैठक हुई और तय हुआ कि भाजपा और राजग के जो भी प्रत्याशी हैं उनको जिताने के लिए हमारे कार्यकर्ता मैदान में उतरेंगे।’’

उप मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताते हुए निषाद ने कहा, ‘‘ब्रजेश पाठक जी, अभिभावक स्वरूप हमारे पुराने साथी रहे हैं, इनको धन्यवाद दूंगा कि समय-समय पर हमारी आवाज को दिल्ली तक पहुंचाते रहते हैं।’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘हमारा (राजग) गठबंधन पहले भी मजबूत था, आज भी है और कल भी रहेगा, हमेशा के लिए रहेगा।’’

भाजपा ने कुंदरकी विधानसभा सीट से रामवीर सिंह ठाकुर, गाजियाबाद से संजीव शर्मा, खैर (सुरक्षित) से सुरेंद्र दिलेर, करहल से अनुजेश यादव, फूलपुर से दीपक पटेल, कटेहरी से धर्मराज निषाद, मझवां से सुचिस्मिता मौर्य और सीसामऊ सीट से सुरेश अवस्थी को उम्मीदवार घोषित किया है।

भाजपा ने रालोद के लिए मीरापुर सीट छोड़ दी जहां से उसने मिथिलेश पाल को गठबंधन का प्रत्याशी बनाया है।

उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने संजय निषाद का आभार जताते हुए कहा, ‘‘वह गठबंधन धर्म का पालन करते हुए भाजपा के साथ लगातार कंधे से कंधा मिलाकर पूरे देश में काम कर रहे हैं।’’

पाठक ने कहा, ‘‘संजय निषाद जी हमारे मित्र हैं और हम लोग पढाई के दिनों के साथी हैं। उन्होंने (संजय ने) जमीन से उठकर अपनी मेहनत के बलबूते उत्तर प्रदेश और देश में एक बड़ा मुकाम हासिल किया।’’

पाठक ने दावा किया, ‘‘उपचुनाव में नौ सीट पर जीत के लिए हम सब मिलकर लड़ेंगे। हर स्थिति में सभी सीट पर विपक्षी दलों के उम्मीदवारों और सपा को पराजित करेंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘विपक्षी दलों के गठबंधन (इंडिया) का खटाखट, फटाफट, सटासट लोगों को गुमराह करने वाला तरीका था, पर अब लोग बिल्कुल गुमराह नहीं होंगे। जनता ने उनकी असलियत को समझ लिया है।’’

पाठक ने कहा, ‘‘जब-जब सपा और उसके गठबंधन को ताकत मिली तो गुंडे, माफिया सत्ता के संरक्षण में पले-बढ़े, कमजोर तबकों पर अत्याचार बढ़ा। सपा कार्यकाल में निषादों पर अत्याचार हुआ।’’

भाषा आनन्द मनीषा खारी

खारी



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