गुवाहाटी, 11 अगस्त (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और ठेकेदार सुनील गोगोई जीवित हैं तथा उनके ‘इलेक्ट्रॉनिक फुटप्रिंट’ का पता चला है, जिसके बारे में यह माना जा रहा था कि उसका सिर कलम कर दिया गया है। असम पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने रविवार को यह दावा किया।
अधिकारी ने बताया कि गोगोई को उसके पारिवारिक राजमिस्त्री की कथित हत्या के मामले में भगोड़ा घोषित किया गया था।
पुलिस महानिदेशक जी पी सिंह ने बताया कि वह (गोगोई) राज्य से बाहर है और मामले की जांच कर रहे आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने उसकी मौजूदगी के बारे में सबूत जुटाए हैं।
गोगोई के परिवार ने जून में लखीमपुर जिले के ढकुआखाना के सपटिया चेतिया गांव में उसके घर के पास सिर कटा झुलसा शव मिलने के बाद अवशेषों का अंतिम संस्कार भी कर दिया था।
अधिकारी ने बताया कि बाद में जब सिर कटे झुलसे शव की डीएनए जांच की गयी तब पता चला कि यह गोगोई का नहीं, बल्कि परिवार के लिए काम करने वाले राजमिस्त्री जहांगीर हुसैन का शव था।
पुलिस ने राजमिस्त्री की कथित हत्या के मामले में गोगोई को भगोड़ा घोषित किया है।
सिंह ने दावा किया, “सुनील गोगोई जीवित है। हमने उसके ‘इलेक्ट्रॉनिक फुटप्रिंट’ का पता लगाया है। चूंकि वह अपना मोबाइल फोन बदल रहा है इसलिए हम सही ठिकाने का पता नहीं लगा पाये हैं ।’’
उन्होंने बताया कि सीआईडी ने गोगोई के बारे में सबूत जुटाए हैं, जिसे उन्होंने भी देखा है। सिंह ने बताया, “हम उसका पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। फिलहाल वह राज्य से बाहर हैं।”
भाषा जितेंद्र रंजन
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