रांची, 20 सितंबर (भाषा) झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को कहा कि स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की महिलाओं में ‘करोड़पति दीदी’ बनने की क्षमता है और उन्होंने किसानों को बिचौलियों से बचाने की जरूरत पर बल दिया।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर)-राष्ट्रीय कृषि उच्चतर प्रसंस्करण संस्थान (एनआईएसए) के शताब्दी समारोह में सोरेन ने कहा, ‘जबकि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को ‘लखपति दीदी’ बनाने की बात हो रही है, मेरा मानना है कि वे इससे भी बड़ा लक्ष्य रख सकती हैं। सही नीतियों के साथ वे ‘करोड़पति दीदी’ बनने में सक्षम हैं।’
इससे पहले केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को ‘लखपति दीदी’ बनाने के प्रयासों का उल्लेख किया था।
सोरेन ने किसानों के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि हालांकि सरकारी रिपोर्ट सकारात्मक आंकड़े दिखाती हैं, लेकिन मेहनतकश किसानों को जिस वास्तविक संघर्ष का सामना करना पड़ता है, वह ग्रामीण क्षेत्रों में स्पष्ट है।
सोरेन ने कहा, ‘हमें इस बात पर गंभीरता से विचार करना होगा कि किसानों की स्थिति कैसे बेहतर बनाई जाए।’
उन्होंने ऐसी नीतियों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला जो किसानों की कमाई का बड़ा हिस्सा हड़प लेने वाले बिचौलियों को खत्म कर दें।
भाषा
शुभम पवनेश
पवनेश