(अभिषेक शुक्ला)
(तस्वीरों के साथ)
ब्रातिस्लावा, नौ अप्रैल (भाषा) स्लोवाक राष्ट्रपति पीटर पेलेग्रिनी ने बुधवार को भारत के तीव्र डिजिटलीकरण और आधुनिकीकरण के प्रयासों की प्रशंसा की और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) में एशियाई देश के नेतृत्व पर प्रकाश डाला।
यहां राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ बैठक के दौरान पेलेग्रिनी ने समाज के सभी स्तरों तक आधुनिक प्रौद्योगिकी के वितरण के महत्व पर बल दिया।
दोनों नेताओं ने एआई के नैतिक पहलुओं पर चर्चा की, तथा पेलेग्रिनी ने कहा कि भारत और स्लोवाकिया यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि तकनीकी प्रगति से सभी नागरिकों को लाभ मिले, चाहे उनकी पृष्ठभूमि या सामाजिक स्थिति कुछ भी हो।
राष्ट्रपति मुर्मू के साथ बातचीत के बाद उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हम इस बात पर सहमत हुए हैं कि आधुनिक तकनीक को समाज के सभी स्तरों पर वितरित किया जाना चाहिए। भारत की तरह, स्लोवाकिया में भी आधुनिक तकनीक की पहुंच हर नागरिक तक होनी चाहिए, चाहे वे कहीं भी पैदा हुए हों या उनकी सामाजिक स्थिति कैसी भी हो, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी पीछे न छूट जाए।”
उन्होंने 2017 में भारतीय प्रक्षेपण यान का उपयोग करके स्लोवाकिया के पहले उपग्रह एसकेसीयूबीई को प्रक्षेपित करने में भारत की भूमिका की सराहना की।
इस बात को रेखांकित करते हुए कि भारत कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में वैश्विक नेताओं में से एक है, पेलेग्रिनी ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति मुर्मू के साथ कृत्रिम बुद्धिमत्ता के नैतिक पहलुओं तथा नियमों पर चर्चा की है।
भाषा प्रशांत सुरेश
सुरेश