स्पेन में बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 205 हुई, लोगों में आक्रोश और निराशा

Ankit
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चिवा (स्पेन), एक नवंबर (एपी) स्पेन के शहरों में अचानक आई भीषण बाढ़ के तीन दिन बाद शुक्रवार को मरने वालों की संख्या बढ़कर कम से कम 205 हो गई, जबकि इस आपदा के कारण लोगों में आक्रोश और निराशा के साथ एकजुटता भी देखने को मिली।


स्पेन के आपातकालीन अधिकारियों ने बताया कि 205 मृतकों में से 202 लोग केवल वालेंसिया के हैं। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि आगामी दिनों में और बारिश होने की संभावना है।

स्पेन के पूर्वी हिस्से में अचानक आई भीषण बाढ़ के तीन दिन बाद बचावकर्मी शुक्रवार को भी फंसी कारों और इमारतों में शवों की तलाश कर रहे थे। कई लोग अब भी लापता हैं। बाढ़ इतनी विनाशकारी थी कि यह रास्ते में आने वाली हर चीज को बहा ले गई।

कई सड़कें अब भी वाहनों के ढेर और मलबे के कारण अवरुद्ध हैं, कुछ स्थानों पर लोग अपने घरों में ही फंसे हुए हैं। कुछ स्थानों पर अब भी बिजली, पानी या टेलीफोन जैसी सुविधाओं का अभाव है।

तूफान से मंगलवार और बुधवार को हुई क्षति ने सुनामी के बाद की याद दिला दी। यह स्पेन के लोगों के लिए उनके जीवन की सबसे घातक प्राकृतिक आपदा थी।

वेलेंसिया के बाहरी इलाके मसानसा के निवासी एमिलियो कुआर्टेरो ने कहा,‘‘हालात अविश्वसनीय हैं। इस आपदा में बहुत कम मदद मिल रही है। हमें मशीनरी, क्रेन की आवश्यकता है, ताकि स्थलों तक पहुंचा जा सके। हमें रोटी और पानी समेत बहुत मदद की जरूरत है।’’

चिवा में निवासी शुक्रवार को कीचड़ से भरी सड़कों से मलबा हटाने में व्यस्त थे। वैलेंसियन शहर में पिछले 20 महीनों की तुलना में मंगलवार को सिर्फ आठ घंटे में अधिक बारिश हुई और शहर के विभिन्न इलाकों में पानी भर गया।

अम्पारो फोर्ट के महापौर ने ‘आरएनई रेडियो’ को बताया कि ‘‘कई घर गायब हो गए हैं, हमें नहीं पता कि अंदर लोग थे या नहीं।’’

स्पेन के लोगों की याद में अब तक की सबसे घातक प्राकृतिक आपदा में अब तक 158 शव बरामद किए गए हैं – वालेंसिया में 155, कैस्टिला ला मांचा क्षेत्र में दो और अंडालूसिया में एक और शव मिला है।

सुरक्षा बलों के सदस्य और सैनिक कई लापता लोगों की तलाश में जुटे हैं, कई लोगों के अब भी क्षतिग्रस्त वाहनों या बाढ़ वाले गैरेज में फंसे होने की आशंका है।

अपना घर गंवा चुके चिवा निवासी जुआन विसेंट पेरेज ने ‘एपी’ से कहा, ‘‘अगर हमने पांच मिनट और इंतजार किया होता, तो हम इस दुनिया में नहीं होते।’’

इस त्रासदी के बाद स्थानीय स्तर पर एकजुटता देखने को मिली। पैपोर्टा (जहां कम से कम 62 लोग मारे गए) और कैटारोजा के लोग आपूर्ति प्राप्त करने के लिए कीचड़ में कई किलोमीटर पैदल चलकर वालेंसिया जा रहे हैं।

अप्रभावित क्षेत्रों के लोग कीचड़ हटाने में मदद के लिए पानी, आवश्यक उत्पाद, फावड़े या झाड़ू लेकर पहुंच रहे हैं। मदद के लिए आगे आए लोगों की बड़ी संख्या के चलते अधिकारियों ने उनसे वहां गाड़ी नहीं चलाने के लिए कहा है, क्योंकि वे आपातकालीन सेवाओं के लिए आवश्यक सड़कों को अवरुद्ध कर देते हैं।

अल्फाफर के महापौर जुआन रेमन एडसुआरा ने कहा कि ‘चरम स्थिति’ में फंसे निवासियों के लिए सहायता पर्याप्त नहीं है।

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “घर पर लोग लाशों के साथ रह रहे हैं। यह बहुत दुखद है। हम खुद को व्यवस्थित कर रहे हैं, लेकिन हमारे पास सब कुछ खत्म हो रहा है।’’

वैज्ञानिक इसे जलवायु परिवर्तन से जोड़ते हैं जो स्पेन में बढ़ते उच्च तापमान और सूखे तथा भूमध्य सागर के गर्म होने का एक कारण है।

स्पेन दो साल से सूखे से जूझ रहा है जिससे बाढ़ की स्थिति और बदतर हो गई क्योंकि सूखी जमीन इतनी सख्त थी कि यह बारिश का ज्यादा पानी नहीं सोख सकी।

एपी संतोष संतोष रंजन

रंजन



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