तिरुवनंतपुरम, 10 अप्रैल (भाषा) केरल विश्वविद्यालय में ‘सीनेट’ चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस समर्थित केरल छात्र संघ (केएसयू) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) से संबद्ध स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प के बाद बृहस्पतिवार को विश्वविद्यालय मुख्यालय में कई घंटों तक तनाव की स्थिति बनी रही।
पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए लाठीचार्ज किया, जिसमें कई छात्र घायल हो गये।
हिंसा पलायम में आसपास की सड़कों तक फैल गई, जिससे यातायात बाधित हुआ। टीवी चैनलों पर दिखाए गए दृश्यों में परिसर के अंदर और बाहर दोनों जगह पथराव की खबरें हैं।
यह संघर्ष तब शुरू हुआ जब एसएफआई ने सात में से छह सामान्य सीट जीत ली, जबकि केएसयू ने विश्वविद्यालय संघ में उपाध्यक्ष का पद हासिल कर लिया।
सूत्रों के अनुसार, हिंसा मतगणना प्रक्रिया के दौरान भड़की और बाद में एमएलए हॉस्टल क्षेत्र तक फैल गई, जहां दोनों समूहों के बीच पथराव हुआ।
प्रदर्शनकारियों ने विश्वविद्यालय के सामने सड़क भी अवरुद्ध कर दी। एसएफआई और केएसयू दोनों ने हिंसा के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है।
केएसयू ने दावा किया कि एसएफआई कार्यकर्ता प्रमुख ‘सीनेट’ और छात्र परिषद पदों को गंवाने के बाद हिंसक हो गये जबकि एसएफआई ने आरोप लगाया कि केएसयू कार्यकर्ताओं ने परिसर के बाहर से पथराव करके हिंसा को भड़काया।
चुनाव कड़ी पुलिस सुरक्षा व्यवस्था में होने के बावजूद दोनों समूहों ने पुलिस पर पक्षपातपूर्ण तरीके से काम करने का आरोप लगाया।
केएसयू ने आरोप लगाया कि पुलिस ने एसएफआई के साथ मिलकर उसके कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया।
दूसरी ओर, एसएफआई ने दावा किया कि एक प्रदर्शनकारी धनेश को पुलिस के हेलमेट से मारे जाने के कारण सिर में चोट लगी है।
फिलहाल एसएफआई परिसर के अंदर प्रदर्शन कर रही है, जबकि केएसयू बाहर विरोध प्रदर्शन कर रही है।
भारी पुलिस बल की तैनाती के बीच मतगणना अब भी जारी है।
केएसयू के राज्य अध्यक्ष एलॉयसियस जेवियर ने आरोप लगाया कि एसएफआई ने चुनावों को विफल करने के लिए अलोकतांत्रिक तरीके से हिंसा को भड़काया, खासकर तब जब केएसयू ने 20 वर्षों में पहली बार सभी सीट पर चुनाव लड़ा और ‘सीनेट’ पदों समेत चार पर जीत हासिल की।
इस बीच, एसएफआई नेता शिवप्रसाद ने केएसयू और युवा कांग्रेस के सदस्यों पर बाहर से पत्थर फेंकने का आरोप लगाया।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बाद में पुलिस ने परिसर में एसएफआई कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया।
छावनी पुलिस ने कहा कि व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था।
भाषा देवेंद्र सुरभि
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